यह है दुनिया की सबसे रहस्यमयी गुफ़ा, जहाँ पर 10 हजार साल बाद भी मौजूद है रावण का शव, नहीं हुआ था अंतिम संस्कार
इस साल दशहरे का त्यौहार 16 अक्टूबर को मनाया जाएगा। ये त्यौहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इस दिन भगवान राम ने रावण का वध किया था। आज हम आपको रावण से जुड़े एक रहस्य के बारे में बताने जा रहे हैं और एक ऐसे स्थान के बारे में भी बतांएगे जिसके बारे में जानकर हैरान रह जाएंगे।
पौराणिक कथाओं के अनुसार श्रीराम भगवान की पत्नी सीता को रावण ने कभी उनकी कुटिया से साधू के भेष में उठा लिया था। इसके बाद हनुमान जी ने पूरी लंका को अपनी पूंछ से जला दिया था। हर साल रावण के सर्वनाश वाले दिन को दशहरे के रूप में मनाया जाता है।
वहीं एक रिसर्च से यह बात साबित हुई है कि धरती पर लगभग ऐसे 50 स्थान हैं, जिनका ताल्लुक रामायण से है। इसमें सबसे पहला नाम एक गुफा का भी आता है। ऐसा माना जाता है कि रावण के वध के इतने सालों के बाद भी इस गुफ़ा में रावण का शव सुरक्षित मौजूद है। हम जिस गुफा के बारे में बात कर रहे हैं वो भारत में नहीं बल्कि श्रीलंका के घने जंगलों में मौजूद है। रावण की मौत हुए 10 हजार से भी लंबा समय बीत चुका है। ऐसे में गुफा में उसका शव होना बहुत से लोगों के लिए हैरत की बात है.
ऐसा कहा जाता है कि श्रीलंका में मौजूद इस गुफ़ा में रावण का शव रखा हुआ है जोकि रैगला जंगलों से 8 हजार फीट की ऊँचाई पर मौजूद है। रावण की ममी को ताबूत में रखा गया है। शव को सुरक्षा देने के लिए इसपर एक ख़ास तरह का लेप भी लगाया जाता है जोकि सालों बाद भी शव को वैसा ही दिखाता है।
रिसर्च में ये खुलासा हुआ है कि 18 फीट लंबे और 5 फीट चौड़ाई वाले इस ताबूत में रावण का शव पड़ा हुआ है। इसके नीचे रावण का एक रहसयमई खजाना भी है जिसकी रखवाली ज़हरीले नाग और खूंखार जानवर कर रहे हैं। राम ने रावण का वध कर के उसके अंतिम संस्कार का ज़िम्मा विभीषन को सौंप दिया था। लेकिन राज गद्दी को जल्द अपने नाम करवाने के चक्कर में उसने रावण का अंतिम संस्कार नहीं किया और शव को ऐसे ही छोड़ दिया। इसके बाद कुछ नाग्कुल के लोगों ने शव को अपने साथ ले लिया। उनका कहना था कि रावण इससे फिर से जिंदा हो सकता है इसलिए उन्होंने उस शव को मम्मी बना दिया था. आज भी इस शव को देखने के लिए हजारों की तादाद में लोग पहुँचते हैं।