यह है हनुमान जी के सबसे अलग तीन मंदिर, जानिए उनकी विशेषताएं
इंटरनेट डेस्क। दोस्तों आपको बता दे की हिन्दू धर्म में शनिवार के दिन शनि देव के प्रभाव को काम करने के लिए हनुमान जी की पूजा करते है। जो भी भक्त हनुमानजी की सच्चे मन से पूजा करता है तो उस व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं आसानी से पूरी कर देते है। लेकिन दोस्तों आज हम आपको हनुमान जी के तीन ऐसे मंदिरो के बारे में बता रहे है जो बाकि मंदिरों से थोड़े अलग हैं। तो दोस्तों आप भी इन मंदिरो के बारे में जान लीजिये।
लेटे हनुमान जी
दोस्तों आपको बता दे की ये हनुमान मंदिर, उत्तर प्रदेश के इलाहबाद में हनुमान जी की प्रतिमा वाला एक छोटा किन्तु प्राचीन मंदिर है। यह सम्पूर्ण भारत का केवल एकमात्र मंदिर है जिसमें हनुमान जी लेटी हुई मुद्रा में हैं। यहां पर स्थापित हनुमान जी की प्रतिमा 20 फीट लम्बी है।
सालासर बालाजी हनुमान मंदिर
दोस्तों आपको बता दे की सालासर बालाजी भगवान हनुमान के भक्तों के लिए एक धार्मिक स्थल है। यह राजस्थान के चूरू जिले में स्थित है। वर्ष भर में असंख्य भारतीय भक्त दर्शन के लिए सालासर धाम जाते हैं। इस मंदिर में खास बात ये है कि यहाँ के हनुमानजी दाढ़ी और मूंछ हैं। जी हैं उनके चेहरे पर दाढ़ी और मूंछ लगी होती है। इसके अलावा उनके चेहरे पर भगवान राम के लिए सिन्दूर लगा हुआ है।
उल्टे हनुमान जी
दोस्तों आपको बता दे की बल और बुद्धि के देवता हनुमान जी की खड़ी और बैठी हुई मूर्ति प्राय: सभी मंदिरों में मिलती है। लेकिन यहां है सिर के बल उल्टे खड़े हनुमान जी की विश्व की इकलौती और अनोखी प्रतिमा। ये मंदिर सांवेर में स्थित है जो उज्जैन से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर है। इस मंदिर का नाम उल्टे इसलिए पड़ा क्योंकि यहाँ हनुमान जी की मूर्ति उलटी स्थापित है। यहाँ भगवन की मूर्ति का उल्टा मुख जिस पर कहा जाता है ये वही जगह जहाँ से हनुमान जी उलटे हो कर पाताल लोक गए थे।
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