Rochak: इस भारतीय छात्रा ने चावल के 4042 दानों पर भगवत गीता लिखकर रचा इतिहास
लाइफस्टाइल डेस्क। भगवत गीता भारत के पवित्र धार्मिक ग्रंथों में से एक मानी जाती है। अब तक भारत में अलग-अलग रूप में भगवत गीता का अनुवाद किया जा चुका है। आज हम आपको भारत की रहने वाली एक ऐसी छात्रा के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने चावल के 4042 दानों पर भगवत गीता लिखकर एक नया इतिहास रच दिया है। जी हां दोस्तो जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि भारत के हैदराबाद की रहने वाली रामागिरी स्वारिका ने चावल के करीब 4042 दानों पर भागवत गीता लिख लिखी थी, जिसके कारण उन्हें पूरे भारत में खास लोकप्रियता हासिल हुई। हम आपको बता दे की चावल पर भागवत कथा लिखने में रामागिरी स्वारिका को करीब 150 घंटे का समय लगा था।