इंटरनेट डेस्क। नाग पंचमी सावन के महीने में आने वाले सबसे लोकप्रिय त्यौहारों में से एक है। सावन के महीने में शुक्ल पक्ष का पांचवा दिन नाग पंचमी के नाम से जाना जाता है और यह सांपों की पूजा के लिए समर्पित है। इस साल नाग पंचमी बुधवार, 15 अगस्त को मनाया जाएगा।

यह दिन कालसर्प पूजा करने के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है। यह एक ऐसा दोष है जिसकी वजह से व्यक्ति को जीवन में कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इस दोष को दूर करने के लिए ही कालसर्प पूजा की जाती है।

आमतौर पर कालसर्प पूजा मंदिर में पुजारी के द्वारा करवाई जाती है। लेकिन अगर यह संभव नहीं है तो आप इस दोष को दूर करने के लिए कुछ आसान उपाय कर सकते है।

आप कालसर्प योग को दूर करने के लिए 108 बार 'ॐ राम रहवे नमः' या 'ॐ करुकूल्ये हम फट स्वः' मंत्र का जाप कर सकते है। मंत्र का जाप करने के बाद आपको शिवलिंग पर दूध चढ़ाना चाहिए। इसके अलावा आप बहते हुए जल में काले तिल, काली उड़द भी प्रवाहित कर सकते है। ऐसा करने से आपको कालसर्प योग से छुटकारा मिलता है।

कालसर्प योग से छुटकारा पाने के लिए आप नागपंचमी के दिन 'ॐ राम रहवे नमः' और 'ॐ कल केतवे नमः: मंत्र का 108 बार जाप करके शिवलिंग पर दूध अर्पित कर सकते है।

महामृत्युंजय मंत्र और ॐ नमः शिवाय: मंत्र का जाप करें। सांप की आकृति वाली अंगूठी अपने दांये हाथ की मध्य ऊँगली में पहनें।

नाग पंचमी के दिन अपने घर में मोरपंख रखना भी इस योग के नकारात्मक प्रभाव को कम करता है।

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