हनुमान जी सहित इन 6 लोगों को मिला था अमरत्व का वरदान, आज भी है जीवित!
यह सर्वदा सत्य है कि जिसने भी इस धरती पर जन्म लिया, उसकी मृत्यु सुनिश्चित है। लेकिन हिंदू धर्मग्रंथों मेें ऐसे लोगों के बारे में बताया गया है, जिनको अमरत्व का वरदान प्राप्त हुआ था। इस स्टोरी में हम आपको ऐसे 6 लोगों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके बारे में प्रचलित मान्यता है कि वो चिरंजीवी हैं।
1- हनुमान जी
भगवान श्रीराम के परम भक्त हनुमान जी को देवी सीता ने अमर होने का आशीर्वाद दिया था। प्रचलित मान्यता है कि यदि कोई भक्त हनुमान जी की सच्चे मन से पूजा करता है, तो हनुमान जी उसके संकट दूर कर देते हैं।
2- अश्वत्थामा
महाभारत काल में आचार्य द्रोण के पुत्र थे अश्वत्थामा। महाभारत युद्ध के बाद जब अश्वत्थामा ने पांडवों के पुत्रों का वध किया था, तब भगवान कृष्ण ने अश्वत्थामा को श्राप दिया था कि वह अनंतकाल तक मृत्युलोक में अपने शरीर के घाव को लेकर भटकते रहेंगे।
3- परशुराम
परशुराम को भगवान विष्णु का अंशावतार माना जाता है। परशुराम ने भगवान शिव को प्रसन्न कर अमरत्व का आशीर्वाद प्राप्त किया था।
4- राजा बलि
राजा बलि ने ब्राह्मण रूप में आए भगवान विष्णु को दान में अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया था, जिस कारण से भगवान विष्णु ने राजा बलि को पाताल लोक का राजा बना दिया व उनको अमरत्व का वरदान दिया।
5- विभीषण
रावण के भाई विभीषण ने युद्ध में राम का साथ दिया था। रावण वध के बाद भगवान श्रीराम ने विभीषण को अमरत्व का आशीर्वाद दिया था।
6- महर्षि व्यास
महर्षि व्यास ने महाभारत जैसे महान महाकाव्य की रचना की थी। वेदव्यास जी वेदों के ज्ञाता माने जाते हैं, इन्हें अमरत्व प्राप्त हैं।