दर्द की समस्या होते ही महिला हो, पुरुष हो या बच्चे, सभी राहत पाने के लिए दर्द निवारक दवा का सेवन करते हैं। बिना डॉक्टर की सलाह के अंधाधुंध पेनकिलर लेना हमारी सेहत के लिए घातक साबित हो सकता है। दर्द निवारक दवाओं के रोजाना सेवन से महिलाओं में कान की समस्या को बढ़ावा मिल सकता है। जो महिलाएं अंधाधुंध तरीके से दर्द निवारक दवाओं का उपयोग करती हैं, उनमें सामान्य से 20 प्रतिशत अधिक टिनिटस (कान से संबंधित समस्या) होने की संभावना होती है।

बता दे की, एडविल और टाइलेनॉल जैसी दर्द निवारक दवाओं के अलावा एनएसएआईडी और एलेव जैसी सूजन-रोधी दवाओं के नाम भी बताए गए हैं। सप्ताह में छह या सात बार एस्पिरिन की खुराक लेने से भी टिनिटस का खतरा 20 प्रतिशत तक बढ़ सकता है। वहीं जानकारों का कहना है कि यह जानना जरूरी होगा कि दर्द निवारक दवाओं से परहेज करने से टिनिटस के लक्षण कम होते हैं या नहीं?

पैरासिटामोल जैसी दवाएं सर्दी, हैंगओवर, मोच या दांत दर्द के लिए नहीं ली जा सकतीं। आपको बता दें कि यह अध्ययन केवल दर्द निवारक दवाओं के दैनिक या निरंतर उपयोग की ओर इशारा करता है। दर्द निवारक दवाओं के सामयिक उपयोग से कोई समस्या नहीं है।

Related News