Technology Update: फेसबुक और इंस्टाग्राम होंगे बंद, जानिए क्या है पूरा मामला
यूरोप में बंद हो सकते हैं फेसबुक और इंस्टाग्राम, मेटा तय कर सकती है
- मेटा की बढ़ी हुई कठिनाई
- फेसबुक और इंस्टाग्राम को बंद करने की तैयारी में
- उपयोगकर्ताओं के डेटा को संग्रहीत करने के लिए मेटा मुश्किल में है
हम फेसबुक और इंस्टाग्राम के इतने अभ्यस्त हैं कि हमारी सुबह भी इसमें पड़ जाती है। टीनएज से लेकर टीनएजर्स तक हर कोई अपना ज्यादातर समय इंस्टा और फेसबुक पर बिताता है। तो अगर हमें पता चले कि फेसबुक और इंस्टाग्राम कल से बंद हो जाएंगे तो आप चौंक जाएंगे। ऐसी ही एक बात है कि मेटा फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसी सेवाओं को बंद कर सकती है। जानिए क्या है वजह
फेसबुक और इंस्टाग्राम बंद हो जाएंगे
यूरोप में मेटा के लिए चुनौती बढ़ रही है। जिसे देखते हुए कंपनी कुछ सेवाओं को बंद कर सकती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मेटा ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा है कि अगर कंपनी के पास यूएस-आधारित सर्वर पर अपने यूरोपीय यूजर्स से डेटा ट्रांसफर, स्टोर और प्रोसेस करने का विकल्प नहीं है तो फेसबुक और इंस्टाग्राम को यूरोप में बंद किया जा सकता है।
बढ़ी हुई मेटा समस्याएं
यूरोप में स्थानांतरण के लिए बड़े कदम उठाए जा रहे हैं। अब तक, कंपनियां प्राइवेसी शील्ड और अन्य मॉडल समझौतों के जरिए डेटा ट्रांसफर करती रही हैं। इसकी मदद से मेटा यूरोपीय यूजर्स का डाटा यूएस सर्वर पर स्टोर कर रही थी। लेकिन पिछले कुछ दिनों में इस कानून को निरस्त कर दिया गया है।
मेटा के साथ क्या बात है?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूएस सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन को अपनी ताजा रिपोर्ट में मेटा ने कहा कि यूरोप में फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसी सेवाओं की पेशकश तब तक नहीं की जा सकती जब तक कि कोई नया ढांचा विकसित नहीं किया गया या मौजूदा मॉडल का इस्तेमाल नहीं किया गया। इससे पहले, कंपनियां यूरोपीय डेटा को यूएस सर्वर पर स्थानांतरित करने के लिए गोपनीयता शील्ड अधिनियम का उपयोग कर रही थीं। हालांकि, जुलाई 2020 में एक यूरोपीय अदालत ने इस कानून को निरस्त कर दिया था। हालांकि, प्राइवेसी शील्ड के अलावा, मेटा यूरोप यूएस सर्वर पर यूजर डेटा स्टोर करने के लिए स्टैंडर्ड कॉन्ट्रैक्ट क्लॉज का इस्तेमाल कर रहा है। लेकिन इस मॉडल समझौते की ब्रसेल्स समेत यूरोप के कई हिस्सों में भी जांच चल रही है।
मेटा ने क्या कहा?
एक रिपोर्ट के मुताबिक, मेटा के लंदन स्थित टेक मीडिया और एडवरटाइजिंग कम्युनिकेशंस लीडर जॉन नोलन ने इन खबरों का खंडन नहीं किया है। उन्होंने ग्लोबल अफेयर्स एंड कम्युनिकेशंस के मेटाना वीपी निक क्लेग का एक बयान साझा किया। निक ने कहा कि व्यवसायों को लंबे समय में ट्रांस-अटलांटिक डेटा के प्रवाह की रक्षा के लिए मजबूत कानून पर आधारित स्पष्ट, वैश्विक नियमों की आवश्यकता है।