बता दे की, धूप और गर्मी के कारण हिट स्ट्रोक और डिहाइड्रेशन जैसी बीमारियां हो सकती हैं, तेज धूप से आपको स्किन कैंसर भी हो सकता है। जी हां, सुनकर आपको हैरानी हो सकती है, मगर यह सच है। इस कैंसर को मेलेनोमा स्किन कैंसर कहा जाता है। इस समय लोगों को तेज धूप से खुद को बचाना चाहिए। गर्मी के दिनों में रात 11 बजे से शाम 4 बजे तक धूप में बाहर जाने से बचना चाहिए। धूप हमारे शरीर के लिए अच्छी होती है, लेकिन सुबह 7 से 9 बजे के बीच धूप का सेवन करना चाहिए। आपको विटामिन डी भी मिलेगा और सूरज की तेज किरणों से भी बचाव होगा।

आपकी जानकारी के लिए बता दे की, तेज धूप में बाहर निकलें और इस दौरान अपने पूरे शरीर को ढककर बाहर निकलें। कैंसर शरीर की कोशिकाओं में असामान्य वृद्धि के कारण होता है. सूरज की किरणों से निकलने वाली अल्ट्रावायलेट किरणें स्किन कैंसर का कारण बनती हैं. जिसके अलावा कैंसर होने की भी आशंका रहती है. पारिवारिक इतिहास, कम प्रतिरक्षा और विकिरण के लिए। हालांकि भारत में त्वचा कैंसर के मामले अन्य देशों की तुलना में कम होते हैं, फिर भी चिलचिलाती धूप से बचाव करना महत्वपूर्ण है।'

बता दे की, यदि आप ज्यादा देर तक धूप में रहेंगे तो स्किन कैंसर होने का खतरा बढ़ता रहेगा। चेहरे, गर्दन और हाथों पर कैंसर होने का खतरा रहता है। गौरैयों में त्वचा कैंसर का खतरा काले लोगों की तुलना में अधिक होता है। क्योंकि गौर के शरीर में मेलेनिन की मात्रा कम होती है, इसलिए उन्हें स्किन कैंसर होने का खतरा ज्यादा होता है।

लक्षण क्या हैं -

शरीर पर बनने वाले मस्से

त्वचा पर सफेद दाग

त्वचा पर खुले घावों का बनना

गर्दन पर लाल धब्बे का बनना

त्वचा में कुछ बदलाव दिखाई देते हैं

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