गोरी और चमकती त्वचा हर किसी को पसंद होती है। चेहरे पर कोई भी दोष व्यक्तित्व को खराब कर सकता है। यही कारण है कि हर कोई चेहरे को साफ रखने के लिए कई तरह के उत्पादों का इस्तेमाल करता है। युवाओं के चेहरे पर मुंहासे हमेशा परेशानी का कारण बने रहते हैं। इस उम्र में ज्यादातर लोग इस समस्या का सामना कर रहे हैं। अगर आप युवा पिंपल्स से सावधान रहें तो आप इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। आइए विशेषज्ञों से जानते हैं इस समस्या का कारण और इससे बचाव के लिए जरूरी बातें।

रिवाइव क्लिनिक (फरीदाबाद) के त्वचा विशेषज्ञ डॉक्टर संदीप बब्बर का कहना है कि किशोरों के चेहरे पर पिंपल्स होने के कई कारण हैं। सबसे बड़ा कारण पारिवारिक इतिहास है। अगर किसी व्यक्ति के माता-पिता को पिंपल्स की समस्या है तो उस व्यक्ति को भी इस समस्या का सामना करना पड़ सकता है। खान-पान की गलत आदतें भी परेशानी का कारण बन सकती हैं। जंक फूड, तले हुए खाद्य पदार्थ, वसायुक्त और दूधिया खाद्य पदार्थ जैसे उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थ इस समस्या का कारण बन सकते हैं। यौवन के दौरान हमारे शरीर में कुछ ऐसे हार्मोन विकसित हो जाते हैं जिनकी वजह से पिंपल्स हो जाते हैं। अत्यधिक धूल और प्रदूषण भी त्वचा के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।

डॉ। संदीप बब्बर के मुताबिक 11-12 साल से 25 साल की उम्र के युवाओं में पिंपल्स की समस्या देखने को मिलती है। विटामिन ए की कमी से अक्सर चेहरे पर पिंपल्स हो जाते हैं। इसके उपचार में विटामिन ए डेरिवेटिव का भी उपयोग किया जाता है। कई बार कब्ज और हार्मोनल असंतुलन भी पुरुषों और महिलाओं दोनों में यह समस्या पैदा कर देता है।

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