सिल्क या जरी, साड़ियों की कुछ इस तरह करें देखभाल तो चमक रहेगी बरकरार
दोस्तों, आपको बता दें कि महिलाएं किसी स्पेशल पार्टी अथवा फंक्शन में खासकर साड़ियां ही पहनती हैं। दरअसल साड़ी में ही औरतों की पर्सनालिटी निखर कर सामने आती हैं। यही कारण है कि महिलाओं के वार्डरोब में एक से बढ़कर एक साड़ियों का कलेक्शन रहता है। विशेषकर बनारसी, सिल्क, चंदेरी और जॉर्जेट के महंगे फैब्रिक खराब होने का डर रहता है। आइए जानें, इन स्पेशल साड़ियों की देखभाल कैसे करें ताकि इनकी चमक हमेशा बरकरार रहे।
हल्की धूप दिखाएं
साड़ियों को लंबे समय तक एक ही जगह और एक ही तरीके से रखने के कारण कीड़ा लगने का डर रहता है।ऐसे में सिल्क और जरी की साड़ियों को 2 से तीन महीने में एक बार धूप जरूर दिखाएं। ध्यान रहे 1-2 घंटे से ज्यादा धूप में रखने से साड़ी का फैब्रिक और रंग खराब हो सकता है।
सिल्क की साड़ी
सिल्क साड़ी की शाइनिंग खराब ना हो, इसके लिए ड्राईक्लीन करवाएं। घर पर धोने के लिए एक बाल्टी पानी में 1 चौथाई कप डिसडिल्ट वाटर, शैम्पू तथा सफेद सिरका डालकर हल्के हाथ से धोएं। ध्यान रहे, साड़ी पर कभी ब्रश ना करें। सूखाने और प्रेस करने के बाद इसे मलमल के कपड़े में रखें।
कॉटन की साड़ी
फैब्रिक साड़ियों के मुकाबले कॉटन की साड़ी जल्द ही खराब हो जाती है। कॉटन साड़ी की चमक बरकरार रखने के लिए गुनगुने पानी में रॉक सॉल्ट मिलाकर 15 मिनट के लिए भिगोएं। इस तरीके से साड़ी का कलर पक्का हो जाएगा। कॉटन की साड़ी को छांव में ही सुखाएं।
शिफॉन और जॉर्जेट की साड़ी
शिफॉन और जॉर्जेट की साड़ियों को भूलकर भी वॉशिंग मशीन में नहीं धोएं। हाथ से भी निचोड़ने पर इन साड़ियों पर रिंकल्स पड़ जाते हैं।
जरी वाली साड़ी
जरी की साड़ियों की देखभाल नहीं करने से कढ़ाई बहुत जल्द ही काली पड़ जाती है। इसलिए जरी की साड़ी पहनने के बाद कुछ देर तक हवा में ही रखें। पसीना सूखने के बाद ही इसे आलमारी में रखें। साड़ी पर कुछ गिर जाए तो इसे हल्के हाथों से साफ करें।