सावन में रुद्राक्ष धारण करना होता है बहुत शुभ, रखें इन बातों का ख़ास ध्यान
इंटरनेट डेस्क। सावन का पवित्र माह शुरु हो चुका है और इस पवित्र महीने में भक्त भगवान शिव को प्रसन्न करने के कई उपाय करते है। जिन भक्तों पर भोलेनाथ प्रसन्न होते है वे उनकी मनोकामना जल्द ही पूरी करते है और उनके आशीर्वाद से आपके घर में सुख-समृद्धि और खुशियों का वातारण बना रहता है।
सावन में शिव जी प्रसन्न करने का आसान तरीकों में रुद्राक्ष धारण करना भी शामिल है। रुद्राक्ष एक पवित्र मनका है जो कि भगवान शिव की आंसुओं की बूंदों से उत्पन्न हुआ है। हालाँकि अगर आप रुद्राक्ष धारण कर रहे है तो आपको इन बातों का ख़ास ध्यान रखना चाहिए।
रुद्राक्ष को धारण करने के लिए सावन महीने में सोमवार का दिन सबसे शुभ माना जाता है। आपको सुबह रुद्राक्ष को पहनते समय तथा रात में सोने से पहले रुद्राक्ष उतारते समय नौ बार रुद्राक्ष मंत्र तथा रुद्राक्ष उत्पत्ति मंत्र का जाप करना चाहिए।
रुद्राक्ष धारण करने के बाद आपको मांसाहार और शराब का सेवन करने से दूर रहना चाहिए। अगर आप रुद्राक्ष धारण के बाद इन चीज़ों का सेवन करते है तो आपको रुद्राक्ष धारण करने के लाभ नहीं मिलेंगे और आपको भोलेनाथ के क्रोध का सामना भी करना पड़ सकता है।
अगर आप रुद्राक्ष धारण कर रहे है तो आपको शमशानस्थल, शवयात्रा और किसी बच्चे के जन्म पर इसे पहनकर नहीं जाना चाहिए। इन जगहों पर इसे पहनकर जाने से इसकी पवित्रता नष्ट हो जाती है।
आप जो रुद्राक्ष पहन रहे है, उसे हमेशा साफ़-सुथरा रखना चाहिए। समय समय पर रुद्राक्ष की तेल से मालिश करते रहना चाहिए। इस से रुद्राक्ष की पवित्रता बनी रहती है।
आप रुद्राक्ष की माला का उपयोग मंत्रों का जाप करने में भी कर सकते है। हालाँकि इस माला को कभी भी गंदे हाथों से नहीं छूना चाहिए। रुद्राक्ष को हाथ लगाने से पहले हमेशा हाथ को अच्छे से साफ़ करना चाहिए।