गुलाब को प्रेम का प्रतीक माना जाता है। गुलाब कई रंगों के होते हैं ऐसे में गुलाब का इस्तेमाल सिर्फ किसी को देने के लिए ही नहीं बल्कि सेहत और त्वचा के लिए भी किया जाता है।

पसीने की महक - यदि आपके शरीर से अधिक मात्रा में पसीना आता है और उससे दुर्गंध आती है तो गुलाब के फूल को पीसकर पानी में घोल बनाकर पूरे शरीर पर लेप करें। आधे घंटे बाद स्नान कर लें। ऐसा एक हफ्ते तक करने से आपकी समस्या का समाधान हो सकता है।

दाद की खुजली - यदि आप दाद-खुजली से परेशान हैं तो गुलाब के रस में नींबू का रस मिलाकर इस लेप को प्रभावित अंग पर लगाने से दाद-खुजली से छुटकारा मिलता है।

मुंह के छाले- यदि आपके मुंह में बार-बार छाले हो जाते हैं तो घबराएं नहीं बल्कि इससे छुटकारा पाने के लिए गुलाब को पानी में उबालकर ठंडा कर लें। जिसके बाद उस पानी से दिन में तीन बार नियमित रूप से धो लें। इससे समस्या का समाधान हो जाएगा।

कान में दर्द- यदि किसी बच्चे या पुरुष के कान में रात या रात में तेज दर्द हो रहा हो तो उसमें ताजा गुलाब का रस डालें। यह फायदेमंद होगा।

हैजा के उपचार में - बरसात के दिनों में हैजा का प्रकोप होता है। ऐसे में आधा कप शुद्ध गुलाब जल में नींबू निचोड़कर उसमें थोड़ी सी मिश्री मिला लें। जिसके बाद इस घोल को हैजा के रोगी को तीन-तीन घंटे तक पिलाएं। काफी लाभ होगा।

आंखों के रोग में- गुलाबजल का प्रयोग आंखों के रोगों में लाभकारी होता है। दरअसल गुलाब जल 'रतोंधी' रोग का रामबाण इलाज है।

चेचक रोग में - गुलाब को सुखाकर उसका चूर्ण चेचक के रोगी के बिस्तर पर लगाने से दानों के घाव जल्दी ठीक हो जाते हैं।

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