भारत में इन जगहों पर की जाती है रावण की पूजा, मंदिर से जुड़ी अजीबो- गरीब परम्पराएं
रावण को अन्याय और अधर्म का प्रतीक माना जाता हैं। देवी-देवताओं के मंदिर तो भारत के अलावा पूरी दुनिया में भी काफी देखने को मिल जाते हैं। लेकिन शायद आपको यह जानकर हैरानी होगी की भारत में कुछ ऐसे जगह भी हैं जहां भगवान राम की नही बल्कि रावण की पूजा की जाती हैं।
काकीनाडा एक बेहद ख़ूबसूरत जगह हैं। केवल इतना ही नही यहां पर स्थित रावण का मंदिर भी उतना ही अधिक दर्शनिय हैं। इस मंदिर में एक अद्भुत और विशालकाय शिव-लिंग है। इस शिव-लिंग को लेकर यह मान्यता है की इसे स्वंय रावण ने स्थापित किया था। बता दे की इस मंदिर में रावण की लगभग 30 फीट लंबी मूर्ति भी हैं। यहां के स्थानीय मछुआरे इस जगह की देखभाल करते हैं।
ग्रेटर नोयडा के पास स्थित क्षेत्र में बिसरख नाम का गांव हैं। इस गांव को रावण का जन्म स्थान माना जाता हैं। इस गांव में रावण का ऐसा मंदिर स्थित है। जिसमें 42 फिट ऊंची शिवलिंग औऱ 5.5 फिट ऊँचे रावण की मूर्ति के दर्शन किये जा सकते हैं। बिसरख के लोगो का कहना की इस गांव में रावण का बचपन गुजरा हैं।
कानपुर में स्थित दशानन रावण के मंदिर में दशहरा के दिन हज़ारों लोग रावण की पूजा करते है। इस मंदिर की ख़ासियत यह है की यह मंदिर साल में केवल एक बार दशहरे के त्यौहार पर ही खुलता हैं।
मंदसौर मध्य प्रदेश का ही एक जिला हैं। जिसका प्राचीन नाम दशपुर हैं। ऐसी मान्यता है कि त्रेताय़ुग में लंका के राजा रावण की पत्नी मंदोदरी का मायका मंदसौर था। सही शब्दों में कहे तो रावण मंदसौर का दामाद था। यहां के खानपुरा इलाके में रावण की प्रतिमा भी स्थापित है।