भारत का ऐसा किला जिसे 500 सालों तक नहीं जीत पाया कोई शासक, जानिए
अंग्रेजों से लेकर मुगलों ने कई सौ वर्षों तक भारत पर राज किया। भारत जो कल तक धन धान्य, सोना चांदी, हीरे जवाहरात और महंगे आभूषणों से युक्त था उसे ये अंग्रेज लूट कर ले गए। भारत सोने की चिड़िया कहा जाता था लेकिन अंग्रेजों द्वारा भारत को लुटे जाने के बाद देश की आर्थिक स्तिथि खराब हो गई।
अंग्रेज अलग अलग राज्यों पर आक्रमण करते थे और वहां के राजाओं का सारा धन लूट लेते थे। फिर भी कुछ राजा और शासक ऐसे भी थे जिन्होंने कभी हार नहीं मानी और इनके किलों को कोई आज तक जीत भी नहीं पाया। हम आज राजस्थान के एक ऐसे ही किले के बारे में बात करने जा रहे हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि राजस्थान के माधोपुर में स्थित रणथंभौर दुर्ग को 500 सालों से अधिक तक कोई भी जीतने में कामयाब नहीं हो पाया है। इस दुर्ग का निर्माण चौहान वंश के राजा सपल्क्ष ने 944 ईस्वी में करवाया था।
इस किले पर 500 साल तक चौहान वंश का शासन रहा था। इस दुर्ग पर हम्मीर देव का शासन था, तब अलाउद्दीन खिलजी ने इस पर आक्रमण किया था लेकिन वो इसे जीत नहीं पाया। अलाउद्दीन की धूर्तता के बारे में सभी जानते हैं। तीन असफल प्रयासों के बाद, उनकी सेना ने अंततः 13 वीं शताब्दी में रणथंभौर किले पर कब्जा कर लिया
वहीं विदेशी आक्रमणकारियों ने भी इस किले पर कई बार आक्रमण किया लेकिन वह भी इस किले का जीत नहीं पाए। यह राजस्थान के सबसे बड़े किलों में से एक है।