कार्डियक अरेस्ट में अगर तुरंत मेडिकल ट्रीटमेंट नहीं दिया जाए तो यह जानलेवा बन जाता है, अधिकतर यह 30 साल से ज्यादा उम्र के लोगों में ही देखा जाता है लेकिन कई बार कार्डियक अरेस्ट की चपेट में बच्चे और जवान लोग भी आ जाते हैं।

कार्डियक अरेस्ट आने के बाद इंसान का दिल काम करना एकदम से बंद कर देता है और इंसान को अचानक सांस लेने में मुश्किल होने लग जाती है और बेहोशी छाने लगती है,यह स्थिति हार्ट के इलेक्ट्रिकल सिस्टम में गड़बड़ी की वजह से बन जाती है. इससे हार्ट पंपिंग क्रिया पर असर पड़ता है और शरीर में ब्लड फ्लो थम जाता है।
कार्डियक अरेस्ट आने का कारण एरिथमिया होता है जब दिल की धड़कनें अनियमित हो जाती हैं तो उस स्थिति को एरिथमिया कहा जाता है और बच्चों में सांस रुकने की वजह से भी कार्डियक अरेस्ट आ सकता है. हालांकि, कई बार कार्डियक अरेस्ट का कारण नहीं पता चल पाता है।


कार्डियक अरेस्ट के लक्षण ऐसे समय पर ही नजर आते हैं, जब इंसान को इलाज की तुरंत जरूरत होती है, इन लक्षणों में अचानक गिर जाना, पल्स का रुक जाना, सांस लेने में परेशानी होना, सीने में बेचैनी और दर्द महसूस करना, धड़कनों का बढ़ जाना या जबड़े में खिंचाव होना शामिल हैं. हालांकि, ई बार कार्डियक अरेस्ट का कारण नहीं पता चल पाता है।
ऐसे में कार्डियक अरेस्ट जैसी गंभीर स्थितियों से बचने के लिए दिल के मामले में सतर्क रहना काफी जरूरी होता है।

10 अगस्त को 58 वर्षीय राजू श्रीवास्तव ट्रेडमिल को दौड़ते-दौड़ते कार्डियक अरेस्ट पड़ गया था, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था,जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. राजू श्रीवास्तव से पहले मशहूर सिंगर केके की भी लाइव शो के दौरान कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई थी,सबसे खतरनाक बात है कि कार्डियक अरेस्ट अचानक से आता है, जिसके बाद दिल काम करना बंद कर देता है।
मशहूर कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव का बुधवार को इसी वजह से इलाज के दौरान निधन हो गया ।

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