वैश्विक स्तर पर चौथे सबसे बड़े रेल नेटवर्क का खिताब हासिल करने वाली भारतीय रेलवे से प्रतिदिन 2.5 करोड़ यात्री यात्रा करते हैं। पिछले कुछ वर्षों में, रेलवे प्रणाली में महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए हैं, ट्रेनों और स्टेशनों दोनों में कई सकारात्मक बदलाव लागू किए गए हैं। नए साल के करीब आते ही, केंद्र सरकार ने विकलांग व्यक्तियों के लिए एक बड़ी सुविधा की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य विकलांग व्यक्तियों के लिए रेल यात्रा की सुविधा और आसानी को बढ़ाना है।

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मसौदा दिशानिर्देशों का परिचय:

आगामी वर्ष से पहले, केंद्र सरकार ने भारतीय रेलवे के भीतर विकलांग व्यक्तियों की पहुंच पर ध्यान केंद्रित करते हुए नए मसौदा दिशानिर्देश जारी किए हैं। प्रस्तावित मसौदे में विकलांग लोगों के लिए सुविधाजनक यात्रा की सुविधा के लिए अतिरिक्त नियमों की रूपरेखा तैयार की गई है, जिन्हें मौजूदा रेलवे नियमों में शामिल किया जाएगा।

प्रतिक्रिया और तैयारी का अनुरोध:

सार्वजनिक विभाग-विकलांग व्यक्तियों (पीडब्ल्यूडी) ने 29 जनवरी तक विभिन्न हितधारकों और संबंधित कार्यालयों से प्रतिक्रिया आमंत्रित की है। रेलवे बोर्ड ने विकलांग यात्रियों के लिए यात्रा अनुभव को सुव्यवस्थित करने के लिए सुविधाओं की एक श्रृंखला को शामिल करते हुए सावधानीपूर्वक विस्तृत दिशानिर्देश तैयार किए हैं।

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अभिगम्यता के लिए समर्पित वेबसाइट:

एक केंद्रीकृत प्लेटफॉर्म की आवश्यकता को समझते हुए, रेलवे बोर्ड ने एक अलग वेबसाइट स्थापित करने का निर्णय लिया है। यह प्लेटफ़ॉर्म एक व्यापक संसाधन के रूप में काम करेगा, जो विकलांग यात्रियों की आवश्यकताओं के अनुरूप जानकारी और सेवाएँ प्रदान करेगा।

अलग टिकट काउंटर - "दिव्यांगजन सहचर":

पारंपरिक टिकटिंग प्रक्रिया से हटकर, नए दिशानिर्देश विशेष रूप से विकलांग यात्रियों के लिए "दिव्यांगजन सहचर" नामक एक समर्पित टिकट काउंटर के निर्माण का प्रस्ताव करते हैं। इस पहल का उद्देश्य टिकटिंग प्रक्रिया को सरल बनाना और पहुंच बढ़ाना है।

आहार संबंधी आवश्यकताओं की पूर्ति:

व्यापक पहुंच की प्रतिबद्धता के अनुरूप, प्रस्तावित वेबसाइट में विशेष रूप से विकलांग यात्रियों की आवश्यकताओं के लिए भोजन की व्यवस्था भी होगी।

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इनोवेटिव मोबाइल ऐप:

एक मोबाइल एप्लिकेशन पर काम चल रहा है, जिसे विकलांग व्यक्तियों के लिए यात्रा अनुभव को और सुविधाजनक बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। ऐप टेक्स्ट-टू-स्पीच कार्यक्षमता को एकीकृत करेगा, जिससे उपयोगकर्ता सुनने और जानकारी इनपुट करने में सक्षम होंगे। इस तकनीक-प्रेमी समाधान का उद्देश्य रेलवे स्टेशनों पर संचार बढ़ाना है।

बहुकार्यात्मक डिजिटल डिस्प्ले:

नए दिशानिर्देशों की एक प्रमुख विशेषता स्टेशनों पर डिजिटल डिस्प्ले को शामिल करना है, जो टेक्स्ट-टू-स्पीच क्षमताओं और सांकेतिक भाषा विकल्पों से सुसज्जित है। यह नवाचार अधिक समावेशी वातावरण सुनिश्चित करते हुए विविध संचार आवश्यकताओं को पूरा करता है।

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