पुराणों के अनुसार श्री कृष्ण का जन्म कृष्ण पक्ष को अष्टमी तिथि को हुआ था। इसी तिथि में शुक्ल पक्ष में देवी राधा का जन्म हुआ था। राधा वृषभानु नामक वैष्य गोप की पुत्री थीं। इसी कारण से उनका नाम वृषभानु कुमारी पड़ा। उनकी माता का नाम कीर्ति था।

बरसाना राधा के पिता वृषभानु का निवास स्थान था। आज हम आपको इस बारे में बताने जा रहे हैं कि उनकी जन्म के बीच कितना अंतर है। इस संबंध में पुराणों में अलग अलग मत है।

परंतु एक बात तो तय थी कि राधा की उम्र कृष्ण से बड़ी थी। एक कथा भी है जिसके अनुसार भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव पर श्रीराधा अपनी माता कीर्ति के साथ नंदरायजी के घर नंदगांव आई थी। उस समय उनकी उम्र 11 माह की थी और माता की गोद में बैठी थी और कृष्ण पालने में झूल रहे थे।

इसके अलावा कई कथाओं में श्रीराधा को श्रीकृष्ण से 5 वर्ष बड़ी बताया गया है। श्रीमद्भागवत और विष्णुपुराण के अनुसार कंस के अत्याचार से बचने के लिए नंदजी कुटुम्बियों और सजातियों के साथ नंदगांव से वृंदावन में आकर बस गए थे। उस वक्त कृष्ण 7 साल के थे और राधे 12 की, उनके साथ उन्हीं की उम्र के बच्चों की एक बड़ी टोली रहा करती थी, जो गांव की गलियों में धमाचौकड़ी मचाया करती थी।

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