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ऐसी कई योजनाएं हैं जिनके माध्यम से सरकार जरूरतमंद और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को लाभ प्रदान करती है। कुछ योजनाएं घर बनाने के लिए सब्सिडी प्रदान करती हैं, जबकि अन्य किफायती या मुफ्त राशन प्रदान करती हैं। इसी तरह, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना के तहत पात्र किसानों को साल में तीन बार 2,000 रुपये मिलते हैं। इस योजना की 16वीं किस्त हाल ही में जारी की गई थी, लेकिन कई किसानों को इसका लाभ नहीं मिला, यानी उनकी किस्त अटक गई। आइए इस मुद्दे के पीछे संभावित कारणों का पता लगाएं।

28 फरवरी, 2024 को 16वीं किस्त का वितरण किया गया, जिसमें प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) के माध्यम से 90 मिलियन से अधिक किसानों के बैंक खातों में 9 करोड़ से अधिक राशि हस्तांतरित की। हालाँकि, कुछ किसानों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा क्योंकि उन्हें कुछ त्रुटियों के कारण लाभ नहीं मिला।

किस्त अटकने के पीछे ये हैं कारण:

ई-केवाईसी (अपने ग्राहक को जानें) का पूरा न होना:

कुछ किसानों ने ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी नहीं की होगी, जो किस्त प्राप्त करने के लिए अनिवार्य है। यह जांचने की सलाह दी जाती है कि आपने ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी कर ली है या नहीं। ऐसा न करने पर किस्त अटक सकती है।

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भूमि विवरण का सत्यापन नहीं होना:

जिन किसानों ने अपनी भूमि का विवरण सत्यापित नहीं कराया, उन्हें भी 16वीं किस्त प्राप्त करने में चुनौतियों का सामना करना पड़ा। भूमि विवरण का सत्यापन एक शर्त थी, और ऐसा न करने पर किस्त अटक गई।

अतिरिक्त कारण:

गलत बैंक खाते की जानकारी:

गलत बैंक खाता विवरण, जैसे खाता संख्या या खाताधारक का नाम, वाले किसानों को भी किस्त के साथ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

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आवेदन पत्र का अनुपालन न करना:

आवेदन पत्र में गलतियाँ जैसे नाम, पता, आधार संख्या आदि में त्रुटि के कारण किसान लाभ से वंचित हो सकते हैं।

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