PM Janman Yojana- केंद्र सरकार ने जारी कि प्रधानमंत्री जनमन योजना की पहली किस्त, जानिए किन्हें मिला फायदा
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने एक आभासी मंच के माध्यम से जनमन योजना के तहत पीएम आवास योजना के उद्घाटन चरण का अनावरण करके सामाजिक कल्याण में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर चिह्नित किया। यह लॉन्च प्रधानमंत्री जनजातीय न्याय महाअभियान योजना का हिस्सा है, जिसे विशेष रूप से देश भर में कमजोर जनजातीय समुदायों की जरूरतों को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इस व्यापक पहल का उद्देश्य इन हाशिए पर रहने वाले समूहों के लिए सुरक्षित आवास, स्वच्छ पेयजल, शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और विभिन्न अन्य आवश्यक सुविधाओं जैसी मूलभूत आवश्यकताओं को संबोधित करना है।
योजना का उद्देश्य: प्रधानमंत्री जनजातीय न्याय महाअभियान योजना का उद्देश्य कमजोर जनजातीय समुदायों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति का उत्थान करना है।
प्रारंभिक लाभ: इस योजना के तहत 1 लाख से अधिक लाभार्थियों को पीएम आवास योजना ग्रामीण की पहली किस्त पहले ही मिल चुकी है, जो जीवन स्तर में सुधार के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
वित्तीय आवंटन: सरकार आदिवासी कल्याण में पर्याप्त निवेश पर जोर देते हुए, प्रधान मंत्री जनमन योजना के लिए लगभग 24 हजार करोड़ रुपये आवंटित करने के लिए तैयार है।
लॉन्च की तारीख: यह योजना आधिकारिक तौर पर 15 नवंबर, 2023 को जनजातीय गौरव दिवस और बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर शुरू की गई थी।
प्रधान मंत्री का योगदान: प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रत्यक्ष नेतृत्व भागीदारी का प्रदर्शन करते हुए गरीब आदिवासी समूहों के लाभ के लिए व्यक्तिगत रूप से 540 करोड़ रुपये की पहली किस्त जारी की।
लाभार्थियों के साथ बातचीत: एक विशेष बातचीत में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने आदिवासी समुदायों के कल्याण के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर देते हुए लाखों लाभार्थियों के साथ बातचीत की।
वन धन विकास केंद्र: प्रधान मंत्री जनमन योजना के हिस्से के रूप में, आदिवासी समुदायों को और अधिक समर्थन देने के लिए वन धन विकास केंद्र स्थापित किए जाएंगे।
सौर ऊर्जा पहल: इस योजना में टिकाऊ ऊर्जा समाधानों को बढ़ावा देने के लिए एक लाख घरों में ऑफ-ग्रिड सौर ऊर्जा प्रणालियों और सौर स्ट्रीट लाइटों की स्थापना शामिल है।
व्यापक समर्थन: इस पहल का उद्देश्य गरीब आदिवासियों के लिए एक समग्र सहायता प्रणाली प्रदान करना है, जिसमें शिक्षा, बिजली, सड़क, स्वास्थ्य सेवा, पोषण, दूरसंचार कनेक्टिविटी और स्थायी आजीविका के अवसर शामिल हैं।