छूती कीमतों के बीच आम आदमी को राहत देने के लिए केंद्र सरकार अब पेट्रोल पर 5 रुपये प्रति लीटर तक टैक्स काट सकती है। वैश्विक बाजार में कच्चे तेल (Crude Oil) का भाव 60 डॉलर प्रति बैरल के आसपास रहने का अनुमान है। बैंक ऑफ अमेरिका (BoFA) के एनालिस्ट्स ने कहा कि हमने वित्त वर्ष 2022 के ​लिए राजकोषीय घाटे का अनुमान 30 बेसिस प्वॉइंट बढ़ाकर GDP का 7.5 फीसदी कर दिया है।

इस से तेल पर लगने वाले टैक्स में 5 रुपये प्रति लीटर तक की कटौती की जाएगी। प्रति लीटर पेट्रोल-डीज़ल पर 5 रुपये की कटौती से केंद्र सरकार पर 71,760 करोड़ रुपये का बोझ बढ़ जाएगा।

भारत में आयात होने वाले क्रूड का भाव करीब 62 डॉलर प्रति बैरल के आसपास है। पिछले साल दिसंबर मध्य में यह 50 डॉलर प्रति बैरल के करीब था। वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की मांग में रिकवरी और ओपेक (OPEC) द्वारा उत्पादन में कटौती की वजह से कच्चे तेल के दाम में तेजी देखने को मिल रही है।

गुरुवार को राजधानी दिल्ली में प्रति लीटर का भाव 90.93 रुपये के साथ अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच चुका है। पिछले महीने की तुलना में इसमें 5.23 रुपये/लीटर का इजाफा हुआ है।

वर्तमान में दिल्ली में पेट्रोल और डीजल पर केंद्र ने 32.98 रुपए लीटर और 31.83 रुपए लीटर का उत्पाद शुल्क लगाया है। जीएसटी को 1 जुलाई, 2017 को पेश किया गया था लेकिन पेट्रोल और डीजल को इससे बाहर रखा गया क्योकिं केंद्र और राज्य सरकारों को खजाने को इसी से भरा जाता है।

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