जब सिर या जोड़ों में दर्द होता है तो लोग तुरंत दर्द निवारक दवाएं खा लेते हैं। दर्द निवारक दवाओं के अंधाधुंध सेवन से हार्ट अटैक और स्ट्रोक से मौत का खतरा 50 प्रतिशत तक बढ़ जाता है। पेरासिटामोल, इबुप्रोफेन और डाइक्लोफेनाक सहित अन्य दर्द निवारक दवाओं के दुष्प्रभाव बहुत भयानक हैं। स्टेरॉयड मुक्त दवाएं शरीर से पानी और सोडियम को निकालने की किडनी की गति को धीमा कर देती हैं और इससे रक्त प्रवाह तेज हो जाता है।

अंगों तक रक्त पहुंचाने में अत्यधिक दबाव के कारण धमनियां फटने और व्यक्ति को हार्ट अटैक व स्ट्रोक का शिकार होने का खतरा रहता है। दर्द निवारक दवाएं रक्तचाप को कम करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं को बेअसर कर देती हैं। हां और प्रमुख शोधकर्ता मॉर्टन शिमित के अनुसार, दर्द निवारक दवाएं दिल को खराब कर देती हैं। इससे व्यक्ति को बेचैनी, घबराहट, सीने में दर्द और पसीने की शिकायत हो सकती है।

क्या है खतरा-

पेरासिटामोल, इबुप्रोफेन और डाइक्लोफेनाक से लैस दवाएं गुर्दे के कार्य को प्रभावित करती हैं।

- सभी दर्द निवारक दवाओं से शरीर में पानी-सोडियम का स्तर बढ़ने से रक्त प्रवाह तेज होता है, तंत्रिका मरोड़ने की संभावना रहती है।

दर्द निवारक दवाएं रक्तचाप को कम करने में इस्तेमाल होने वाली विभिन्न दवाओं को भी बेअसर करती हैं।

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