इंटरनेट डेस्क: देशभर में आज हर्षोल्लास और धूमधाम से भक्त नृसिंह जयंती मनाएंगे जिसके लिए मंदिरों में धार्मिक कार्यक्रमों की तैयारियां भी पूर्ण कर ली गई है कहा गया है की नृसिंह मंत्र से भूत पिशाच भय, तंत्र मंत्र बाधा, अकाल मृत्यु का डर सहित असाध्य रोग आदि से छुटकारा मिलने लगता है इसी के साथ इससे जीवन में शांति और सुख की प्राप्त होती है अगर आप पर किसी भी तरह की विघट परेशानियां आ गई है और किसी चीज का डर सता रहा है तो आप इस दिन भगवान नृसिंह जयंती की विशेष पूजा अर्चना करें आज के दिन 40 दिन में पांच लाख जप पूर्ण करें लेकिन ध्यान रहे की इस मंत्र का जाप प्रतिदिन रात्रि काल में करना उचित माना गया है इसके अलावा इस बात का भी खास ध्यान रखें की जब आप मंत्र का जाप कर रहे है उस दौरान साफ सफाई से लेकर, नित्य देसी घी का दीपक जलाएं और 2 लड्डू, 2 लौंग, 2 मीठे पान और 1 नारियल भगवान नृसिंह को भेट में चढ़ा दें यहीं नहीं विष्णु मंदिर में भी उपरोक्त सामग्री का चढ़ावा देें उसके बाद आप दशांश हवन करें


दशांश हवन संभव नहीं होने पर आप पचास हजार मंत्र संख्या और जपें इस दौरान उचित स्थान ग्रहण करना बेहद जरूरी है लाल रंग के आसन पर दक्षिणाभिमुख बैठे रक्त चंदन या मूंगे की माला से नित्य एक हजार बार जप करने से लाभ मिलता है उसके बाद भगवान नृसिंह का बीज मंत्र का जाप करना है यहां देखें.

मंत्र - 'श्रौं'/ क्ष्रौं (नृसिंह बीज) का जाप करें. इस बीज मंत्र का अर्थ है ‘दिव्यतेजस्वी ब्रह्मस्वरूप श्री नृसिंह मेरे दुख दूर करें'.

अन्य मंत्र - 2. संकटमोचन नृसिंह मंत्र :-ध्यायेन्नृसिंहं तरुणार्कनेत्रं सिताम्बुजातं ज्वलिताग्रिवक्त्रम्।
अनादिमध्यान्तमजं पुराणं परात्परेशं जगतां निधानम्।।

कहते हैं अगर आप कई संकटों से घिरे हुए हैं या संकटों का सामना कर रहे हैं, तो भगवान विष्णु या श्री नृसिंह प्रतिमा की पूजा करके उपरोक्त संकटमोचन नृसिंह मंत्र का स्मरण करें. कहा जाता है इससे समस्त संकटों से आसानी से छुटकारा मिल जाता है.

3. ॐ उग्रं वीरं महाविष्णुं ज्वलन्तं सर्वतोमुखम्।

4. नृसिंहं भीषणं भद्रं मृत्यु मृत्युं नमाम्यहम्॥

5. नृम नृम नृम नर सिंहाय नमः ।

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