इंटरनेट डेस्क। हर साल सावन के महीने पर मनाया जाने वाला हरियाली तीज का त्योहर महिलाओं के लिए खास माना जाता हैं। तीज के स्पैशल मौके इंतजार हर महिलाको बड़ी बेसब्री से होता हैं। इस दिन महिलाएं अपने ट्रैडीशनल आउटफिट में नजर आती हैं जैसे पटियाला सलवार सूट, एथनीक सूट, लाचा स्टाइल लहंगा या धोती सलवार पहनना पसंद करती है। आइए जानते है उन चीजों के बारे में जिनके बिना महिलाओं का तीज के मौके पर श्रृंगार कंप्लीट नहीं होता।

मेहंदी : मेहंदी तो हमेशा से भारतीय परंपरा में हर फंक्शन का हिस्सा रही हैं, जिससे लड़कियां हमेशा से अपने हाथों की खूबसूरत बढ़ाती रही हैं। वहीं हरियाली तीज के पावन अवसर में मेहंदी लगाना काफी शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि मेहंदी लगाने से पति-पत्नी का रिश्ता मजबूत होता है।

चूड़ियां : बिना चूड़ियों के भारतीय महिलाओं की कलहाईया भी सुनी मानी जाती हैं। हरियाली तीज के इस पावन अवसर पर महिलाएं हरे और लाल रंग की चूड़ियां ही पहनती है। ऐसा इसलिए क्योंकि हरे और लाल रंग की चूड़ियां सुहाग की निशानी होती है।

परांदा: परांदे के बिना तीज का श्रृंगार अधूरा माना जाता है। परांदा न केवल हरियाली तेज पर खास होता है बल्कि इसको पहनकर महिलाएं बिल्कुल ट्रैडीशनल नजर आती हैं जो उनकी पर्सनैलिटी को और भी बढ़ा देता हैं। इस दिन सभी महिलाएं पंजाबी सूट और फूलकारी के साथ बालों में परांदा जरूर पहनती हैं।

पायल: माना जाता है कि हरियाली तीज यानी महिलाओं के इस पावन त्योहार पर सुहागिनों का पैर खाली नहीं होना चाहिए, उन्हें पैरों में पायल जरूर पहननी चाहिए। पायल न केवल हमारे ट्रैडीशनल का हिस्सा बल्कि सुहाग की निशानी भी हैं।

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