Offbeat: बेहद सुंदर स्त्री थी ताड़का, इस ऋषि के श्राप के कारण मिला था कुरूप रूप, जानें यहाँ
pc: DNA India
रामायण में ताड़का का जिक्र आपने सुना होगा। लेकिन इस बारे में आपको जानकारी नहीं होगी कि ताड़का एक सुंदर और शक्तिशाली स्त्री थी, जो पहले यक्ष कुल की थी।
उसका विवाह सुंद नामक यक्ष से हुआ था। सुंद व ताड़का के दो पुत्र सुबाहु व मारीच हुआ। सुंद राक्षस प्रवत्ति था। इस कारण वह ऋषि मुनियों को बेहद तंग करता था।
एक बार सुंद ने ऋषि अगस्त्य मुनि के आश्रम पर हमला कर दिया। अगस्त्य मुनि ने तब सुंद को श्राप दिया जिस कारण वह जल कर भस्म हो गया।
अपनी पति की मृत्यु की खबर सुनकर ताड़का को बेहद ही क्रोध आया। उन्होंने अपने दोनों पुत्रों के साथ अगस्त्य ऋषि को मारने के लिए दौड़ पडी।
अगस्त्य ऋषि ताड़का का वध नहीं करना चाहते थे क्योकिं वो एक स्त्री थी। इसलिये ऋषि ने उनका वध नहीं किया और ताड़का को स्त्री से अत्यंत कुरूप महिला बनने का श्राप दे दिया।
भगवान राम के द्वारा वध करने पर ताड़का को अगस्त्य मुनि के श्राप से मुक्ति मिल गई और उनके कृरूप रूप से भी छुटकारा मिला।