अमेरिका समेत कुछ देशों में बच्चों में लीवर की रहस्यमयी बीमारी देखने को मिली है। कई बच्चे अब तक इससे पीड़ित हो चुके हैं। इस बीमारी से किसी की मौत नहीं हुई है। अमेरिका के अलावा ब्रिटेन, स्पेन, डेनमार्क और नीदरलैंड में भी मामले दर्ज किए गए हैं।

बता दे की, यूके की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी ने 6 अप्रैल को बताया कि डॉक्टर और वैज्ञानिक जनवरी 2022 से बच्चों में हेपेटाइटिस के लगभग 74 मामलों की जांच कर रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि सभी हेपेटाइटिस वायरस बीमारी का कारण नहीं हैं और इसकी ओर से कहा गया है कि इनमें से कुछ मामलों में एडेनोवायरस और सार्स-सीओवी-2 का पता चला है। अमेरिका के अलबामा में पिछले साल अक्टूबर से 1-6 साल की उम्र के नौ बच्चे इस बीमारी से पीड़ित पाए गए थे. कुछ बच्चों को स्पेशलिस्ट यूनिट में शिफ्ट करना पड़ा और छह को लिवर ट्रांसप्लांट की जरूरत थी। जिसके अलावा डब्ल्यूएचओ ने आशंका जताई है कि इस बीमारी के मामले बढ़ सकते हैं। इन बच्चों की बीमारियों का कारण हेपेटाइटिस ए, बी, सी और ई वायरस नहीं पाया गया है, जो आमतौर पर ऐसी बीमारियों का कारण बनते हैं।

क्या हो सकता है बीमारी का कारण- आपकी जानकारी के लिए बता दे की, इस रहस्यमय बीमारी के कई संभावित कारणों में से एक वायरस का समूह हो सकता है, जिसे एडेनोवायरस कहा जाता है। जिससे सर्दी-जुकाम जैसी सांस संबंधी बीमारियां होती हैं। एडेनोवायरस से संक्रमित ज्यादातर लोग आमतौर पर जल्दी ठीक हो जाते हैं। एडेनोवायरस को एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे में प्रसारित करना संभव है। इसके तेजी से फैलने की उम्मीद है।

एडेनोवायरस संक्रमण की तीव्रता- एडेनोवायरस के कारण ठंड जैसे लक्षण, बुखार और गले में खराश होते हैं, जबकि यह पेट और आंतों में सूजन सहित अन्य समस्याएं भी पैदा कर सकता है।

हेपेटाइटिस क्या है? - आपकी जानकारी के लिए बता दे की, हेपेटाइटिस लीवर को प्रभावित करता है। यह कई कारणों से हो सकता है और यदि इलाज न किया जाए तो यह जानलेवा भी हो सकता है। जिसके लक्षणों में गहरे रंग का पेशाब आना, पीले और भूरे रंग का मल, त्वचा पर खुजली, आंखों और त्वचा का पीला पड़ना, उच्च तापमान, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द और भूख न लगना आदि शामिल हैं।

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