नवरात्र के पूजन में देवी मां पर चढ़ने वाले फूलों का खास महत्व है। ज्योतिषाचार्यों की मानें तो देवी मां के प्रिय पुष्प गुड़हल को चढ़ाने से वे भक्तों पर अपनी असीम अनुकंपा बरसाती हैं। जितने लाल फूल, श्वेत कमल, पलाश, तगर, अशोक, चंपा, मौलसिरी, मदार, कुंद, लोध, कनेर, आक, शीशम और अपराजित आदि के फूलों से देवी की भी पूजा की जाती है।

गुड़हल के पुष्प में अंकुरण निकलने की वजह से भी यह देवी मां का बेहद प्रिय पुष्प माना गया है। ऐसी भी मान्यता है कि गुड़हल के पुष्प के शुरुआती भाग में ब्रह्मा, मध्य भाग में विष्णु और अंतिम भाग में महेश और अंकुरण भाग खुद स्वंय शक्ति स्वरूपा मां दुर्गा का वास होता है।

नवरात्र के देवी पूजन में रंग का बेहद खास महत्व होता है। तंत्राचार्य कुलदीप दैविक के अनुसार देवी भागवत में वर्णन किया गया है कि मां दुर्गा को रक्त पुष्प रंग के पुष्प की माला बेहद पसंद हैं। इसी तरह अंक ज्योतिष के अनुसार मां दुर्गा के गले की माला को बनाते समय फूलों की संख्या का विशेष ध्यान रखना चाहिए।

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