लिव-इन रिलेशनशिप : पार्टनर के साथ रहने से पहले लड़कियां रखें इन 5 बातों का ध्यान
जब एक वयस्क लड़का और लड़की आपसी सहमति से शादी किए बिना ही पति-पत्नी की तरह साथ रहते हैं, उसे लिव-इन रिलेशनशिप कहते हैं। अधिकांश युवाओं के लिए लिव-इन रिलेशनशिप अपने रिश्तों को समझने-परखने का अच्छा तरीका है। वहीं कुछ लोग केवल टाइम पास करने तथा अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए लिव-इन में रहते हैं। ऐसे में लड़कियों को लिव-इन रिलेशनशिप आने से पहले कुछ बातों का जानना बहुत जरूरी है।
1- दोस्ती करने के बाद लिव-इन रिलेशनशिप में रहना बेहतर होता है। क्योंकि इससे पार्टनर के सेंटीमेंट्स और मूड के बारे में आइडिया थोड़ा पहले ही लग जाता है। लड़कियों को इस मामले में सावधानी बरतनी चाहिए। पार्टनर के प्यार और अहसास को अच्छी तरह से परखने के बाद लिव इन में रहने का निर्णय लेना चाहिए।
2- वैवाहिक जीवन की तरह लिव-इन रिलेशन में भी अनबन हो सकती हैं। हांलाकि इससे रिश्ता मजबूत बनता है। कभी-कभी ऐसी बातें ना कहें जो आपके पार्टनर को बुरी लगे। अपने घर चले जाओ, अलग हो जाओ या मुझे तुम्हारी जरूरत नहीं आदि।
3- लिव-इन रिलेशनशिप में रहने से पहले खर्चों के बंटवारे को लेकर जरूर बात करें। आजकल की महंगाई में दो लोगों को अच्छी जीवनशैली के लिए पैसे जुटाना अकेले इंसान पर भारी पड़ सकता है। देखा गया है कि अक्सर पार्टनर्स के बीच पैसे को लेकर अनबन शुरू होती है तथा बात रिश्ते के टूटने तक पहुंच जाती है।
4- लिव-इन रिलेशनशिप का रास्ता चुनने से पहले खुद को मेंटली और इमोशनली मजबूत बना लें। कभी-कभी पार्टनर्स एक दूसरे की कोई आदत पसंद नहीं आती है। ऐसे में इस मुद्दे का हल बातचीत के जरिए निकालना चाहिए।
5- अगर आपका पार्टनर आपकी भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहा हो तो उससे अपनी बात कहने की हिम्मत और हौसला रखें। जो लोग रिश्ते में आने के बाद बदल जाते हैं, या फिर कोई गलत काम करने को मजबूर करते हैं, उनसे अलग होने की भी हिम्मत रखें।