महिलाओं में इस बीमारी का खतरा ज्यादा होता है। पुरुषों की तुलना में महिलाओं के जननांग अधिक संवेदनशील होते हैं। इसलिए, उन्हें एसटीडी होने की अधिक संभावना है।इस बीमारी का इलाज बहुत जरूरी है वरना यह कई खतरनाक बीमारियों को न्योता दे सकता है।

महिलाएं खुद अपने पार्टनर को कंडोम का इस्तेमाल करने की सलाह देकर एसटीडी के खतरे को रोक सकती हैं।आपको बता दें कि कुल मिलाकर 35 प्रकार के यौन रोग होते हैं। इनमें एसटीडी जैसे हर्पीज, सिफलिस, हेपेटाइटिस, गोनोरिया, क्लैमाइडिया शामिल हैं।यदि अनुपचारित छोड़ दिया जाए तो यौन संचारित रोग बांझपन का कारण बन सकते हैं।

पुरुषों की तुलना में महिलाओं को यह समस्या होने की संभावना अधिक होती है। हालांकि पुरुषों को इनफर्टिलिटी की समस्या भी हो सकती है।एसटीडी का जोखिम यौन गतिविधियों से फैलता है और इसे रोकने के लिए सुरक्षा सबसे अच्छा तरीका है। विशेषज्ञों के अनुसार, कंडोम के इस्तेमाल से एसटीडी होने की संभावना कम हो जाती है।

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