इंटरनेट डेस्क। सावन के पवित्र महीने में नाग पंचमी का विशेष महत्व है। इस बार नाग पंचमी 15 अगस्त को मनाई जायेगी। इस दिन महिलाएं अपने भाई और परिवार की खुशियों के लिए पूजा करती है। वेदों में नाग या सांप का एक बहुत ही खास महत्व है और उन्हें दिव्य माना जाता है। इस दिन नाग देवता की पूजा की जाती है और उन्हें दूध का अर्पण किया जाता है।

नाग पूजा का महत्व -

भगवान शिव की गर्दन में विराजमान सांप वासुकी डर का प्रतिनिधित्व करता है। भगवान शिव हर तरह के भय के स्वामी है। नागपंचमी के दिन वासुकी की पूजा करके, आप कालसर्प दोष जैसे सभी दोषों से छुटकारा पा सकते है।

सांप वास्तव में भगवान ब्रह्मा, विष्णु और महेश के संरक्षक हैं। भगवान विष्णु स्वयं शेषनाग पर विश्राम करते है, भगवान शिव हमेशा अपनी गर्दन के चारों ओर वासुकी सांप रखतेहै। दूसरी मान्यता यह भी है कि इस दिन भगवान कृष्ण ने कालिया नाग का मर्दन किया था।

इन वजहों से नागपंचमी के दिन पूजा करने से आपके सभी डर दूर होते है और आपको सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। इस दिन नाग पूजा करने से आपको निम्नलिखित लाभ होते है -

इस दिन नाग पूजा करने से आपको अच्छा स्वास्थ्य, धन, सफलता और सुख-समृद्धि मिलती है।

आपके जीवन में शांति आती है और हर प्रकार का डर दूर होता है।

नाग पंचमी के दिन नाग पूजा करने से काल सर्प दोष और वास्तु दोष दूर होता है।

आपको नाग देवता का आशीर्वाद मिलता है और हर मनोकामना पूरी होती है।

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