हम सभी जानते हैं कि पिछले कई सौ सालों से भारत पर लगातार हमले होते आ रहे हैं और ये हमले इतने क्रूरता पूर्वक रहे हैं कि इन हमलों ने भारत को आर्थिकतौर पर क्षति पहुंचाई है, पहले की बात करे तो शुरुआत में मुस्लिम आक्रमणकारियों का उद्देश्य सिर्फ भारत को लूटना नहीं था , बल्कि भारत में शासन करना चाहते थे और उनकी यह मंशा सफल तब हुई जब हिन्दुओं के महान सम्राट प्रथ्विराज चौहान और गौरी के साथ होने वाले युद्ध में प्रथ्वीराज की हार हुई और इसके साथ स्थाई तौर पर शुरुआत हुई भारत में मुस्लिम आक्रमणकारियों की।

मुस्लिम देशों में प्राचीन काल में संसाधनों की कमी हुआ करती थी तथा जिसमें उनके देशों में संसाधनों की कमी थी उस समय भारत देश दुनिया का सबसे अमीर और संसाधनों से भरपूर देश था। इसलिए मुस्लिम आक्रमण करते थे।

प्राचीन काल में भारत धन-धान्य से संपन्न हुआ करता था यहां पर हर प्रकार के मसाले तथा हर प्रकार के फसल उगाई जाती थी इसमें यहां पर भोजन की किसी प्रकार की कमी नहीं थी जबकि अरब देशों में खाने की कमी बनी रहती थी।

प्राचीन काल में भारत पूरी दुनिया में कपड़े का निर्यात किया करता था और इस कारण भारत में खूब सारा सोना इकट्ठा हो गया था अरब देशों में जनसंख्या तो खूब थी लेकिन कपड़े का अभाव था इसलिए मूलभूत सुविधाओं के अभाव के कारण भी मुस्लिम लोग भारत पर आक्रमण करते थे।

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