जानिये, सुख-समृद्धि देने वाले लाफिंग बुद्धा से जुड़ी कुछ रोचक बातें
इंटरनेट डेस्क। हमारे देश में कई चीज़ों को लेकर अनेक मान्यताएं जुड़ी हुई है जिसमें काली बिल्ली का रास्ता काटना, कांच का टूटना और छींकना जैसी कई बातें शामिल है। जहां कई लोग इन चीज़ों में आज भी विश्वास करते है वहीं कई लोग इन चीज़ों को महज अंधविश्वास मानते है। ऐसी ही एक धारणा 'लाफिंग बुद्धा' है जिसको अनदेखा करना बहुत मुश्किल है।
वास्तु शास्त्र और फेंगशुई में विश्वास करने वाले अधिकतर लोग लाफिंग बुद्धा को भाग्यशाली मानते है। ऐसा कहा जाता है कि आध्यात्मिक मूर्ति पर केवल एक नजर डालना ही देखने वाले के मन में अच्छी भावनाओं को जन्म दे सकती है। इसे ना केवल घर बल्कि ऑफिस में रखना भी शुभ माना जाता है। यहां हम आपको लाफिंग बुद्धा से जुड़े कुछ रोचक तथ्य बताने जा रहे है -
लाफिंग बुद्धा के बारे में प्रचलित धारणाओं में एक धारणा यह भी है कि कई लोग इसे बौद्ध धर्म के संस्थापक गौतम बुद्ध की मूर्ति मानते हैं। हालाँकि वास्तव में लाफिंग बुद्धा एक प्राचीन बौद्ध चीनी साधु है जो 1000 साल पहले एक पुरानी गुफा में रहता था।
यह भी माना जाता है कि लाफिंग बुद्धा के पेट को रगड़ने से व्यक्ति को धन, अच्छा भाग्य और सुख-समृद्धि प्राप्त कर सकता है।
मान्यताओं के अनुसार लाफिंग बुद्धा के खुश रहने का कारण उनकी उच्च सहनशील शक्ति है। ऐसा माना जाता है कि लाफिंग बुद्धा को किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कोई परेशानी या नफरत नहीं थी।
दिलचस्प बात यह है कि चीन में लोग मानते हैं कि लाफिंग बुद्धा के पास बच्चों के लिए मिठाई और खिलौने से भरा बैग होता है। असल में वे लाफिंग बुद्धा को बच्चों, गरीबों और समाज के कमजोर वर्गों के संरक्षक के रूप में भी मानते है।
लाफिंग बुद्धा को जापान में होतेई और चीन में पु-ताई के नाम से जाना जाता है।