शिव आराधना करते समय जरूर ध्यान में रखें ये नियम, मिलेगा दोगुना फल
इंटरनेट डेस्क। हिंदू धर्म में प्रमुख देवताओं में से एक, भगवान शिव को अपने भक्तों की पूजा से प्रसन्न होकर उनकी हर मनोकामना पूरी करने के लिए भोलेनाथ के नाम से जाना जाता है। जो भी व्यक्ति पूर्ण श्रद्धा और भक्ति से उनकी पूजा करता है, उस व्यक्ति पर हमेशा भगवान शिव की कृपा बनी रहती है। लेकिन इसके लिए आपको कुछ नियमों का पालन करना होगा जिनका वर्णन ग्रंथों में किया गया है। आज हम आपको शिव जी की पूजा में ध्यान रखने योग्य कुछ आवश्यक बातें बताने जा रहे है -
हिन्दू धर्म के पवित्र ग्रंथों में इस बात का वर्णन है कि सुख-समृद्धि प्राप्त करने और बच्चों के जीवन से संघर्ष समाप्त करने के लिए आपको नियमित रूप से शिवलिंग पर धतूरा चढ़ाना चाहिए।
ग्रंथों में इस बात का उल्लेख कहीं पर भी नहीं है कि शिव पूजा के दौरान शिवलिंग को नहीं रगड़ना चाहिए। बल्कि इसके विपरीत आपको शिवलिंग पर जल या दूध चढ़ाते समय शिवलिंग को रगड़ना चाहिए।
रोजाना पानी के केसर मिलाकर शिवलिंग पर चढाने से आपके वैवाहिक जीवन में चल रही समस्याएं दूर हो सकती है।
जो लोग शनि की साढ़े साती से पीड़ित है, उन्हें पानी में तिल मिलाकर शिवलिंग पर चढाने चाहिए। ऐसा करने से शनि ग्रह के इस नकारात्मक प्रभाव का असर कम होता है।
सावन के महीने में 11 बेलपत्रों पर ॐ नमः शिवाय: या श्री राम लिखकर शिवलिंग पर चढाने से आपके जीवन से नकारात्मकता खत्म होती है और आपको भगवान शिव का आशीर्वाद मिलता है।
ऐसा कहा जाता है कि लंबी आयु, स्वस्थ और शांतिपूर्ण जीवन के लिए आपको शिवलिंग पर 'दूब' घास चढ़ानी चाहिए।
अपनी आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए आपको शिवलिंग पर चावल चढाने चाहिए।