हमें अक्सर अपने जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। हालाकिं समय एक सा नहीं रहता और कुछ समय अच्छा तो कुछ बुरा होता है। लेकिन आपके जीवन में सुख नहीं है और केवल दुःख व परेशानियां ही है तो इसके जिम्मेदार वास्तु दोष हो सकते हैं। मनुष्य के द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली हर चीज का नाता वास्तु से होता है।

व्यक्ति की कुंडली का आठवां भाग पैर के तलवों से संबंधित है। इसका अर्थ है कि आप जो जूते पहनते हैं उसका भी वास्तु से संबंध है। कुछ जूते दुर्भाग्य के सूचक होते हैं, जिन्हें पहनने से व्यक्ति के जीवन में आर्थिक रूप से बाधाएं पैदा होनी शुरू हो जाती हैं।

क्या है जूतों का वास्तु से कनेक्शन?

वास्तुशास्त्र के मुताबिक, कि किसी को गिफ्ट में जूते मिलते हैं तो उसे ये नहीं पहनने चाहिए क्योकिं इस से शनिदेव रुष्ट हो जाते हैं। इसके अलावा जो लोग मंदिर के बाहर से जूतों की चोरी करते हैं, उनकी खुद की सेहत और धन का नाश होता है। फटे जूते पहनकर नौकरी ढूंढने या कोई अहम काम करने के लिए न निकलें।

इसके अलावा आपको ध्यान रखें कि आपके जूते की पॉलिस और चमक हमेशा बनी रहे। बैडरूम में जूते कभी नहीं रखने चाहिए इस से पति पत्नी के बीच झगड़े होते हैं। जो लोग बाहर से लौटकर घर में जूते-चप्पल और मोजे इधर-उधर पेंक देते हैं, उनके जीवन में हमेशा परेशानियां आती है।

व्यक्ति को कभी भी जूते पहन कर भोजन नहीं करना चाहिए। इस से कंगाली आती है। मंदिर या रसोई में चप्पल पहनकर न जाएं।

Related News