Kargil Vijay Diwas 2022: कारगिल विजय दिवस पर पढ़ें देशभक्ति से भर देने वाली यह पंक्तियां
आज भारत में कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है आपको बता दें कि हर साल 26 जुलाई को देश भर में कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है। जैसा कि इसका नाम ही बता देता है यह भारत की कारगिल में हुई विजय को एवं उसके जश्न को याद रखने के लिए यह दिवस मनाया जाता है।
इस दिन का भारत देश में काफी महत्व है और पूरे देश भर में बड़े ही धूमधाम से एवं देश भक्ति के साथ इस विजय दिवस को बनाया जाता है। पर तो आज के इस खास दिन पर आज हम आपसे कुछ ऐसी पंक्तियां सांझा करने जा रहे हैं जिन्हें पढ़कर आपके अंदर भी देशभक्ति जाग उठेगी और आप देशभक्ति से ओतप्रोत हो जाएंगे।
हम आपसे भारतीय सेना एवं कारगिल युद्ध से जुड़े कुछ सेनानियों एवं उस युद्ध से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण लोगों के कुछ प्रेरणादायक संदेश आपसे सांझा कर रहे हैं जिन्हें पढ़कर आपके अंदर का देश प्रेम जाग उठेगा और आप जो स्त्रोत से भर जाएंगे।
कारगिल विजय दिवस के मौके पर प्रेरणादायक संदेश
'या तो मैं तिरंगा फहराकर वापस आऊंगा, या फिर उसमें लिपटकर वापस आऊंगा लेकिन वापस जरूर आऊंगा'- कैप्टन विक्रम बत्रा
'कुछ लक्ष्य इतने अच्छे होते हैं कि उनमें फेल होना भी शानदार होता है'- कैप्टन मनोज कुमार पांडे
'हम हर बार नॉकआउट में खेलते हैं और जीतने के लिए ही मैदान में उतरते हैं, क्योंकि युद्ध में कोई उपविजेता नहीं होता'- जनरल जे जे सिंह
'बहादुर कभी नहीं मरते, हालांकि वे धूल में सोते हैं, उनका साहस एक हजार जीवित पुरुषों को परेशान करता है'- मिनोट जुडसन सैवेज
'अगर खूद को साबित करने से पहले मौत हो जाती है, तो मैं कसम खाता हूं कि मैं मौत को मार दूंगा'- कैप्टन मनोज कुमार पांडे
'सैनिक कभी नहीं मरता, उसका खून उसके बच्चों के लिए घास को हरा-भरा बना देता है'- कैरल बर्ग
'अभी भी जिसका खून ना खौला, खून नहीं वो पानी है. जो देश के काम ना आए, वो बेकार जवानी है'- चन्द्र शेखर आजाद
'सच्चा सैनिक इसलिए नहीं लड़ता कि वह अपने सामने से नफरत करता है, बल्कि इसलिए कि वह उससे प्यार करता है जो उसके पीछे है.'- गिल्बर्ट के. चेस्टर्टन
'अगर कोई व्यक्ति कहे कि उसे मौत से डर नहीं लगता तो समझ लें कि या तो वह झूठ बोल रहा है, या वो गोरखा है'- फील्ड मार्शल सैम मनिकशॉ
'हमारा झंडा इसलिए नहीं फहरता क्योंकि हवा चलती है, यह हर उस सैनिक की आखिरी सांस के साथ फहराता है जो इसकी रक्षा करते हुए शहीद हो गया.'