दोस्तो अगर आप बिहार के निवासी हैं तो आपके लिए यह खबर बहुत ही जरूरी हैं, 20 अगस्त से बिहार ने एक व्यापक भूमि सर्वेक्षण शुरू किया है, जो पूरे राज्य में लगभग 45,000 गांवों में फैला होगा। इस सर्वेक्षण का उद्देश्य भूमि स्वामित्व को स्पष्ट करना, भूमि प्रकारों को वर्गीकृत करना और सरकार को भूमि वितरण की विस्तृत समझ प्रदान करना है। इस प्रक्रिया के हिस्से के रूप में, भूमि मालिकों को अपने दावों को मान्य करने के लिए विशिष्ट दस्तावेज़ प्रस्तुत करने की आवश्यकता होती है।

google

सर्वेक्षण का दायरा: सर्वेक्षण बिहार के लगभग 45,000 गांवों को कवर करेगा, जिसमें भूमि स्वामित्व निर्धारित करने और भूमि को खेती योग्य और बंजर प्रकारों में वर्गीकृत करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

google

उद्देश्य: मुख्य लक्ष्य सरकार को भूमि वितरण और स्वामित्व पर सटीक डेटा प्रदान करना है। यह जानकारी भूमि संसाधनों के प्रबंधन और सही स्वामित्व सुनिश्चित करने में मदद करेगी।

google

दस्तावेज की आवश्यकताएँ: व्यक्तियों को भूमि के अपने स्वामित्व को साबित करने वाले दस्तावेज़ प्रस्तुत करने होंगे। इसमें यह प्रदर्शित करना शामिल है कि क्या भूमि विरासत में मिली थी, खरीदी गई थी, किसी योजना के तहत आवंटित की गई थी या मुआवजे के रूप में दी गई थी।

Related News