हम सभी भगवान की पूजा अर्चना करते हैं। लेकिन पूजा अर्चना करते समय आपको बहुत सी चीजों का ध्यान रखना जरूरी है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आपको पूजा में किस धातु के बर्तन का उपयोग नहीं करना चाहिए। आइए जानते हैं इस बारे में।

आपको बता दें कि सोना, चांदी, पीतल और तांबे के बर्तनों का उपयोग शुभ माना जाता है। इसके साथ आप ये जान लें कि आपको किन धातु का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।

तांबे के पात्र में रखकर जो भी वस्तु भगवान को अर्पित करते हैं, तो इस से भगवान खुश होते हैं। तांबे के बर्तन को सबसे ज्यादा पूजा में उपयोग किया जाता है। तांबे के लौटे से सूर्य भगवान को जल चढ़ाने से आपको सुख समृद्धि की प्राप्ति होगी।

क्यों अशुभ है चांदी के पात्र
चांदी के पात्रों से भी अभिषेक पूजन किया जाता है, लेकिन तांबे के पात्र से दुग्धाभिषेक करना वर्जित माना गया है। हालांकि कुछ लोगों का कहना है कि चांदी, चंद्र देव का प्रतिनिधित्व करती है, जो मनुष्य को भगवान चंद्र देव का आशीर्वाद स्वरूप शीतलता, सुख-शांति प्राप्त होती है।

इन पात्रों का न करें इस्तेमाल
शनिदेव की पूजा के लिए तांबा नहीं बल्कि लोहे के पात्र का इस्तेमाल करना चाहिए। पूजा में लोहा, स्टील और एल्युमीनियम के धातु के वर्तनों को उपयोग नहीं करना चाहिए।

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