दोस्तों, आपको बता दें कि गर्भधारण करने से बचने के लिए महिलाएं सर्वाधिक गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करना पसंद करती हैं। महिलाओं के इच्छानुसार गर्भधारण के लिए इससे बेहतर दूसरा कोई गर्भनिरोध उपाय नहीं है। लेकिन यह सुनने को मिलता है कि गर्भनिरोधक गोलियां अक्सर फेल हो जाती हैं। दरअसल इसके पीछे कई कारण होते हैं।

- दिल्ली के इन्द्रप्रस्थ अपोलो हाॅस्पिटल की स्त्री रोग विशेषज्ञ डाॅ. रंजना शर्मा के मुताबिक, गर्भनिरोधक गोलियों को शुरू करने का एक सही समय व तरीका होता है।

-आजकल मार्केट में कई ब्रान्ड की गर्भनिरोधक गोलियां मौजूद हैं, इसलिए कभी भी खुद से इसका सेवन शुरू न करें। बेहतर है किसी डॉक्टर से सलाह लेकर ही इसकी शुरूआत करें।

- मासिक धर्म के पहले या दूसरे दिन ही गर्भनिरोधक गोली खाएं।

- इसका सेवन तीन सप्ताह के लिए करें और माहवारी के दौरान एक सप्ताह तक ब्रेक करें।

- गर्भनिरोधक गोली सेवन करने का समय सुनिश्चित करें।

- दो गर्भनिरोधक गोलियों के बीच लगभग 24 घंटे का गैप हो। प्रतिदिन लंच में ही इसका सेवन करें जिससे शरीर में हार्मोन बेहतर तरीके से रेग्युलेट हो पाते हैं। जिससे गर्भधारण होने की संभावना नगण्य हो जाती है।

- गर्भनिरोधक गोलियों की प्रभावशीलता बनाए रखने के लिए इन्हें किसी कूल स्थान पर रखें, वरना इनका प्रभाव काफी हद तक कम हो जाता है।

- कई महिलाएं गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करने के कुछ देर बाद ही उल्टी कर देती हैं। ऐसे में यह दवाई कुछ ज्यादा असर नहीं छोड़ पाती है। ऐसे में गर्भधारण के चांस बढ़ जाते हैं।

- कभी-कभी गर्भनिरोधक गोलियों के साथ अन्य दवाई खाने पर भी यह निष्प्रभावी हो जाती हैं। बतौर उदाहरण कुछ एंटीबायोटिक, एंटी-एचआई, एंटीप्रेसांट,स्लीप टीटमेंट और एंटी फंगल दवाईयां गर्भनिरोधक गोलियों के प्रभाव को सीमित कर देती हैं।

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