International Friendship Day 2021: दो दोस्तों की मौत के उपलक्ष्य में मनाया जाता है यह दिन! इतिहास जानें
पारिवारिक रिश्ते के बाद जिस रिश्ते को लोग सबसे बड़ा समझते हैं वो है दोस्ती का रिश्ता। कई लोगों के लिए, एक दोस्त पारिवारिक रिश्ते से भी बड़ा होता है। कहा जाता है कि एक सच्चा और अच्छा दोस्त आपकी जिंदगी बदल सकता है। यह आपके जीवन में खुशियां ला सकता है और दुख में हंस भी सकता है। दोस्ती के इस बंधन को सेलिब्रेट करने के लिए एक खास दिन भी रखा गया है।
दोस्ती के इस बंधन को और मजबूत करने के लिए हर साल अगस्त के पहले रविवार को अंतरराष्ट्रीय मित्रता दिवस मनाया जाता है। इस बार फ्रेंडशिप डे 1 अगस्त 2021 को मनाया जाएगा। फ्रेंडशिप डे के जरिए आप किसी दोस्त से प्यार और सम्मान का इजहार कर सकते हैं। इस दिन को मनाने से दोस्ती की नींव मजबूत हो सकती है। आइए आपको बताते हैं कैसे हुई इस खास दिन की शुरुआत।
फ्रेंडशिप डे को लेकर कई कहानियां हैं। एक कहानी है कि फ्रेंडशिप डे की शुरुआत 1935 में अमेरिका से हुई थी। बताया जाता है कि अगस्त के पहले रविवार को अमेरिकी सरकार ने एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी। आदमी की मौत से उसका दोस्त सदमे में था और अपने दोस्त गया के दुख में उसने भी आत्महत्या कर ली। उस दिन से, सरकार ने अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे के रूप में मनाने का फैसला किया।
तो एक और कहानी के अनुसार साल 1919 में फ्रेंडशिप डे की शुरुआत हुई थी। इसका श्रेय हॉलमार्क कार्ड्स के संस्थापक जॉयस हॉल को जाता है। कहा जाता है कि उस समय लोग अपने दोस्तों को फ्रेंडशिप डे कार्ड भेजते थे। तभी से यह दिन मनाया जाता है। हालाँकि, 27 अप्रैल, 2011 को, संयुक्त राष्ट्र ने 30 जुलाई की तारीख निर्धारित की। लेकिन भारत में यह अगस्त के पहले रविवार को ही मनाया जाता है।
एक और कहानी यह है कि दिन की शुरुआत 1930 में जॉयस हॉल नाम के एक व्यापारी ने की थी। व्यापारी ने 2 अगस्त की तिथि को इसी दिन के रूप में मनाने का निश्चय किया। ताकि उस दिन दोस्त मिल कर एक दूसरे का शुक्रिया अदा कर सकें। इतना ही नहीं वे एक-दूसरे के साथ टाइम स्पेंड करते हैं। यह परंपरा बाद में एशिया और अन्य देशों में फैल गई।
एक मान्यता यह भी है कि इस दिन को पहली बार 1935 में नस्ल, रंग, जातीयता और संस्कृति में अंतर के बावजूद दोस्तों के बीच मजबूत बंधन और समर्पण का जश्न मनाने के लिए मनाया गया था।