नमस्ते करने के पीछे ये है दिलचस्प वैज्ञानिक कारण, जानिए
हम भारतीय जब भी किसी परिचित या रिश्तेदार से मिलते हैं तो अभिवादन के तौर पर नमस्ते करते हैं। दूसरे देशों का देखें तो किसी से मिलते वक्त वे लोग हैलो कहते हैं या हाथ मिलाते हैं। लेकिन क्या कभी आप ने इस बारे में सोचा है कि हम नमस्ते करने के दौरान दोनों हाथ क्यों जोड़ते हैं?
नमस्ते करने का तरीका सामने वाले के लिए सम्मान को तो दिखाता ही है साथ ही इसके पीछे एक वैज्ञानिक कारण भी है। तो आइए जानते हैं कि नमस्ते करने के पीछे क्या वैज्ञानिक कारण है?
जब भी दोनों हाथो को जोड़ते हैं तो उँगलियों के सिरों पर दवाब बढ़ता है। उंगलियों के ये सिरे आपके कान, आँख और मस्तिष्क के नसों के सिरे से जुड़े हुए रहते हैं और इनसे आपकी याद्दाश्त बेहतर होती है। इतना ही नहीं हाथ जोड़ कर नमस्ते करने से प्रेशर पॉइंट्स एक्टिवेट हो जाते हैं जिससे आपको सामने वाले से मिलते समय उसका नाम और अन्य जानकारी जल्दी याद हो जाती है।
इसके अलावा जब आप अपने हाथो को अनहत चक्र के पास लेकर जाते हैं तो यह एक्टिव हो जाता है और बॉडी से निकली हुई पॉजिटिव एनर्जी सामने वाले को मिलने लगती है। कई योग मुद्राओं जैसे कि वृक्षासन और वीरभद्रासन में भी योग के दौरान नमस्ते किया जाता है।