एक दशक में कंडोम का इस्तेमाल काफी अधिक बढ़ गया है। आपने पुरुषों और महिलाओं दोनों कंडोम के बारे में सुना होगा लेकिन भारत में महिलाओं के कंडोम के बारे में ज्यादा लोगों को जानकारी नहीं है। फीमेल कंडोम अनचाहे गर्भ धारण और सक्रमण से बचाता है। आज हम आपको इसी के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके बारे में आपको ज्यादा जानकारी नहीं होगी।

1. फीमेल कंडोम का अविष्कार 7 अप्रेल 2006 को भारत मे ही किया गया था। बाजार में इसकी कीमत लगभग 150 रुपये है। इसके एक पैकेट में तीन कंडोम आते है।

2. ये पुरुषों के कंडोम से भी पतला होता है और यह पुरुषों के कंडोम के मुकाबले hiv का खतरा 20 फीसदी तक टाल देता है।
3. 2006 में फीमेल कंडोम बनाने वाली सिर्फ एक ही कंपनी थी लेकिन 2009 के बाद एक और कंपनी को मान्यता मिल गई जिसके चलते फीमेल कंडोम की अब भारत में दो कंपनियां हैं।


4. भारत की सिर्फ 0.10 फीसदी महिलाएं इसका उपयोग करती है। वहीं बात करें साउथ अफ्रीका और अमेरिका की तो यहाँ की 50 फीसदी महिलाएं इसे उपयोग में लाती है।
5. इसके उपयोग के बाद सक्रमण का खतरा नही रहता है। काफी पतला होने के कारण इसका पता नही चलता।
6. यह पुरुषों के कंडोम के मुकाबले 20 प्रतिशत अधिक मजबूत होता है।

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