भारत में कोविड-19 का खतरा अभी भी बना हुआ है तीसरी रहे की आशंकाओं को लेकर हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक रिपोर्ट सौंपी गई है जिसमें इस बात का अंदेशा जताया गया है कि नवंबर के महीने में कोविड-19 की तीसरी लहर कहर बरपा सकती है।

वहीं अब इन्हीं आकांक्षाओं के बीच में एक बड़ी खबर सामने आई है जिसमें डब्ल्यूएचओ के प्रमुख वैज्ञानिक का द्वारा यह दावा किया गया है कि भारतीयों को कोरोनावायरस से जल्दी छुटकारा नहीं मिलने वाला है।

वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन की मुख्य वैज्ञानिक द्वारा एक साक्षात्कार में कहा गया है कि भारत के आकार और देश के विभिन्न हिस्सों में जनसंख्या की विविधता तथा प्रतिरक्षा की स्थिति के मद्देनजर यह ''''बहुत संभव'''' है कि देश के विभिन्न हिस्सों में उतार-चढ़ाव के साथ यह स्थिति जारी रह सकती है।

वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन की मुख्य वैज्ञानिक स्वामीनाथन ने कहा, 'हम शायद एक तरह की स्थानिकता के चरण में प्रवेश कर रहे हैं, जहां निम्न स्तर का संचरण या मध्यम स्तर का संचरण जारी है, हालांकि हम उस प्रकार की जबरदस्त वृद्धि और हालात नहीं देख रहे हैं जैसे हमने कुछ महीने पहले देखे थे।'

आपको बता दें कि यह सभी बातें उन्होंने मौजूदा स्थितियों को लेकर कहीं हैं यानी आने वाले समय में स्थितियां बन और बिगड़ दोनों ही शक्ति है। मुख्य रूप से इस वक्त पूरे देश के सामने कोविड-19 का टीकाकरण ही सबसे अहम हथियार है जिससे सरकारों को इस्तेमाल करते हुए देश के लोगों को सुरक्षित करना है।

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