हिंदुस्तान एक रहस्यमयी देश है, जहां हर जगह साधु-संत और धार्मिक स्थल देखने को मिल जाएंगे। सामान्यतया किसी पर अंडे फेंकना विरोध का या अपमानित करने का प्रतीक माना जाता है। लेकिन उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में एक ऐसा मंदिर भी है, जहां लोग अपनी मन्नतें पूरी करने के लिए मंदिर की दीवार पर अंडे मारते हैं। बता दें कि यहां वैशाख महीने में 3 दिन के लिए मेले का आयोजन किया जाता है। इस दौरान मेले में आने वाले भक्त हाथों में अंडे लेकर मंदिर के अंदर बनी दीवार और बाबा की मूर्ति पर अंडों को फेंकते हैं।

जी हां, फिरोजाबाद जिले के बिलहना गांव में हर साल तीन दिन के लिए बैसाख महीने में मेला लगता है। इस मंदिर में महिलाएं अपने बेटों के दीर्घायु होने की प्रार्थना करती हैं। जी हां, यह मंदिर बाबा नागर सेन के नाम से जाना जाता है, जहां महिलाएं अंडे फेंकती हैं।बिलहना ग्राम प्रधान का कहना है कि कई पीढ़‍ियों से यह परंपरा चली आ रही है। हांलाकि किसी को भी नहीं पता कि बाबा नागर सेन मंदिर में अंडे फेंकने की प्रथा कब शुरू हुई। ग्रामीणों का मानना है कि ऐसा करने से अंडे के अंदर जो जीव होता है उसकी उम्र भी उनके लड़के की उम्र में जुड़ जाती है।

जिन दंपत्तियों के बच्चे नहीं हैं, वे भी मंदिर की दीवार पर अंडे फेंकते हैं। प्रत्येक वर्ष वैशाख के महीने में बड़ी संख्या में महिलाएं नागर सेन बाबा के मंदिर में आकर अंडे चढ़ाती हैं। इस बारे में एक महिला श्रद्धालु ने कहा कि आप इसे अंधविश्वास कहें या कुछ और लेकिन मुझे केवल एक स्वस्थ्य बच्चा चाहिए। इसीलिए मैं मंदिर में अंडे चढ़ाना चाहती हूं।

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