वैसे तो हर महिला लक्ष्मी स्वरूपा है,लेकिन कुछ ऐसी बातें हैं जो उन्हें एक दूसरे से अलग बनाती है। इन्हीं से एक है उनका नाम का पहला अक्षरआपको बता दें ज्योतिषशास्त्र के अनुसार यह माना गया है कि जिस स्त्री का नाम आगे बताए जाने वाले अक्षरों से प्रारंभ होता है वह ससुराल वालों के अत्यंत प्रिय होती है।

Pअक्षर वाली स्त्रियां
वे स्त्रियां जिनका नाम अंग्रेजी के ‘पी’ अक्षर से प्रारंभ होता है उन्हें दिल की बहुत साफ माना जाता है,ये लोग दूसरों के दुख को अपना समझती हैं और अर समय सहायता के लिए तैयार रहती हैं। ये लोग अपना स्वभाव नहीं बदलती, विवाह से पहले और बाद में इनका स्वभाव एक जैसा रहता है.


Dक्षर वाली स्त्रियां
ऐसी स्त्रियां जिनका नाम अंग्रेजी के ‘डी’ अक्षर से प्रारंभ होता है,उन्हें काफी लकी माना जाता है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार ये स्त्रियां ससुराल वालों के लिए बहुत भाग्यसाली साबित होती हैं। ये स्त्रियां बेहद काबिल और दक्ष होती हैं,जिस कामको अपनी जिम्मेदारी से उठाती हैं उसे पूरा करने के बाद ही चैन से बैठती हैं। बेहद जिम्मेदार और हर काम को दिल से करने की खूबी, इन्हें ससुराल पक्ष का लडला बना देती है।


Nअक्षर वाली स्त्रियां
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार जिन स्त्रियों का नाम ‘एन’ अक्षर से प्रारंभ होता है वे दिखने में काफी कठोर होती हैं लेकिन उनका हृदय काफी कोमल होता है। विवाह के बाद ये अपने पति और ससुराल पक्ष के लोगों के जीवन में खुशियां लाने की पूरी कोशिश करती है. ये अपने परिवार के हर छोटे-बड़े सदस्य का ध्यान रखती हैं,इसी खूबी की वजह से इन्हें सभी पसंद करते हैं।


Sअक्षर वाली स्त्रियां
ज्योतिषशास्त्र अनुसार जिस स्त्री का नाम अंग्रेजी के ‘एस’ से प्रारंभ होता है वे बेहद बुद्धिमान और चतुर होती हैं। इनका स्वभाव बिल्कुल भी हठी नहीं होता.इसलिए ससुराल में भी इनका सामंजस्य आसानी से बैठ जाता है। इनके लिए अपने ससुराल पक्ष के हर व्यक्ति की खुशी बहुत महत्वपूर्ण है. जिसके लिए ये काफी मेहनत भी करती हैं।


Rअक्षर वाली स्त्रियां
वैदिक ज्योतिष के अनुसार वे स्त्रियां जिनका नाम ‘आर अक्षर से शुरू होता है. वे काफी महत्वकांक्षी होती हैं। ये अपनी अलग पहचान तो बनाना चाहती हैं लेकिन अपनी फैमिली का भी ध्यान रखती हैं,इनकी इसी खूबी के कारण ससुराल पक्ष के लोग इनके मुरीद बन जाते हैं,ये बहुत ही जल्द उनकी फेवरेट बा जाती हैं।

Related News