देश में 1 जुलाई से कई नियम-कायदों में बदलाव होने जा रहा है। ये नियम आपके वित्तीय लेनदेन से होंगे। इन नियमों के लागू होने के बाद कुछ बोझ आपकी जेब पर भी पड़ सकते हैं। हम आज आपको उनके बारे में बताने जा रहे हैं।

इन हाथ वेतन में कटौती- आपकी जानकारी के लिए बता दे की, 1 जुलाई से यदि नया श्रम संहिता लागू होता है, तो श्रमिकों के इन हाथ वेतन को भी कम किया जा सकता है। नई श्रम संहिता के लागू होने के बाद कंपनियों को अपने कर्मचारियों के मूल वेतन को सकल वेतन के कम से कम 50 प्रतिशत तक बढ़ाना होगा। कर्मचारी का पीएफ और ग्रेच्युटी में योगदान बढ़ जाएगा और उसके वेतन में इन मदों में अधिक राशि की कटौती शुरू हो जाएगी।

रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में बदलाव- बता दे की, 1 जुलाई से देश में रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में भी बदलाव हो सकता है। हर महीने के पहले दिन तेल विपणन कंपनियां रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में बदलाव का फैसला लेती हैं।

दोपहिया वाहनों की कीमतें बढ़ेंगी - 1 जुलाई से देश में दोपहिया वाहनों की कीमतें भी बढ़ेंगी। दोपहिया वाहनों की कीमतों में अलग-अलग मॉडल और बाजार के हालात के हिसाब से बढ़ोतरी की बात कही गई है.

एयर कंडीशनर भी होंगे महंगे- 1 जुलाई से देश में एसी भी होंगे महंगे दरअसल, ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी बीईई ने एयर कंडीशनर के लिए एनर्जी रेटिंग नियमों में बदलाव किया है और यह बदलाव 1 जुलाई से लागू होना है।

बढ़ सकते हैं काम के घंटे- आपकी जानकारी के लिए बता दे की, 1 जुलाई से सरकार नया लेबर कोड लागू कर सकती है. चार नए श्रम संहिताओं के लागू होने के बाद, श्रमिकों के काम के घंटे बढ़ सकते हैं, क्योंकि नया श्रम संहिता आठ घंटे के बजाय 12 घंटे काम करने का प्रावधान करती है। कंपनियां अपने कर्मचारियों को आठ घंटे के बजाय 12 घंटे काम करने के लिए कह सकती हैं, मगर बदले में उन्हें कर्मचारियों को सप्ताह में तीन दिन छुट्टी देनी होगी।

Related News