कोई भी व्यक्ति यह नहीं चाहता कि उसकी किस्मत पर दुर्भाग्य का साया भी पड़े, लेकिन हमारे चाहने या ना चाहने से सबकुछ चलता तो बात ही कुछ अलग होती। खैर, दुर्भाग्य या सौभाग्य, यह सब हमारी किस्मत पर निर्भर करता है और यह किस्मत हमारे पूर्वजन्मों के कृत्यों पर आधारित होती है।

पिछले जन्म में हमने क्या किया और क्यों किया, वर्तमान जीवन में हमारा इस बात पर कोई नियंत्रण नहीं होता। हमने जो कर दिया उसे तो झेलना ही है। अच्छे कर्म होंगे तो अच्छा फल मिलता जाएगा और अगर कर्मों में त्रुटि होगी तो उसके लिए भी हमें तैयार रहना चाहिए।

हिन्दू धर्म में सोने जैसी अभूमूल्य धातु को धार्मिक परंपराओं से भी जोड़ा गया है, इसे धन की देवी लक्ष्मी का प्रतीक माना गया है। लेकिन जब यह सोना गुम हो जाए तो इसे बहुत अशुभ संकेत माना जाता है, यह आने वाली समस्याओं का सूचक समझा जाता है।


अंगूठी अगर खो जाए तो यह सेहत संबंधी परेशानियां लेकर आता है, लेकिन अगर आपका कमरबंद कहीं खो गया है तो यह भयंकर संकट की ओर इशारा करता है। आपके लिए यह चेतावनी है।

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