अक्सर लोग अपने हाथ की रेखाओं को देखकर सोचते हैं क्या उन्हें जीवन में कभी कामयाबी मिलेगी? कामयाबी के साथ साथ उनके जीवन में कैसा हमसफ़र आएगा, शादीशुदा जिन्दगी कैसी होगी, लेकिन हममें से अधिकतर लोगों को हस्तरेखा के बारे में जानकारी नहीं होती। ऐसे में आइये जानते है हस्त रेखाओ से कैसे जाने की शादीशुदा जिन्दगी कैसी होगी और किन कारणों से आएँगे शादी में संकट

हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार हाथ की छोटी उंगली यानी कनिष्ठिका के नीचे बुध पर्वत पर हथेली के बाहर की ओर से आने वाली रेखा को विवाह की रेखा कहते हैं, कुछ लोगों की हथेली में इस स्थान पर एक से अधिक रेखाएं होती हैं, आइए जानते हैं किस प्रकार की विवाह रेखा शुभ मानी जाती है।

हस्त रेखा के नियमों के आधार पर विवाह रेखा कटी नहीं होनी चाहिए, बल्कि समान रूप से स्पष्ट होनी चाहिए, यदि रेखा कटी हो तो उसमें कहीं न कहीं कोई और चिन्ह बन जाता है, जिससे उसका मतलब भी बदल जाता है।

यदि ये विवाह रेखा छोटी हो और हृदय रेखा के मध्य में हो तो 22 वर्ष के आस-पास की उम्र में विवाह होने के योग होते हैं, यदि एक से अधिक छोटी-छोटी विवाह रेखाएं हाथ में दिखाई देती हैं तो वे प्रेम संबंधों को दर्शाती हैं।

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