आजकल दिनचर्या खराब हो गई है और जिसके कारण लोगों को गलत खान-पान देखने को मिल रहा है। इससे डायबिटीज हो या डायबिटीज या शुगर सभी एक आम समस्या हो गई है और लोग इसे पा रहे हैं। बड़ों से लेकर बच्चों तक में यह समस्या देखने को मिल रही है। देश की एक बड़ी आबादी इस बीमारी की चपेट में है. आज हम आपको कुछ ऐसे योगासनों के बारे में बताने जा रहे हैं जो मधुमेह के रोगियों के लिए वरदान माने जाते हैं। आइए जानते हैं।

मंडुकासन- आपकी जानकारी के लिए बता दे की, इस आसन को करने के लिए सबसे पहले घुटनों को मोड़कर वज्रासन की मुद्रा में बैठ जाएं और अंगूठे को हथेली में अंदर की ओर मोड़कर मुट्ठी को कसकर बंद कर लें। इसके बाद दोनों हाथों की बंद मुट्ठियों को नाभि के ऊपर रखें। अब सांस को खींचे और सांस छोड़ते हुए शरीर को आगे की ओर झुकाएं, कुछ देर इसी स्थिति में रहने के बाद सांस लेते हुए वज्रासन की मुद्रा में वापस आ जाएं। इस प्रक्रिया को 3 से 4 बार दोहराएं। इस आसन को करने से पेट के अंदर के अंगों की मालिश होती है और पाचन तंत्र भी ठीक रहता है। जिसके अलावा मंडुकासन अग्न्याशय को उत्तेजित करता है और मधुमेह को नियंत्रित करने में बहुत फायदेमंद होता है।

कपालभाति प्राणायाम - बता दे की, इस योग को करने के लिए सबसे पहले ध्यान मुद्रा में बैठ जाएं और आंखें बंद कर लें और शरीर को तनाव से मुक्त कर शरीर को ढीला छोड़ दें। अपने दोनों नथुनों से सांस लें ताकि पेट फूल जाए और पेट की मांसपेशियों को जोर से सिकोड़ते हुए सांस छोड़ें। ध्यान रहे कि सांस लेते समय आप किसी भी तरह के बल का प्रयोग न करें। मधुमेह रोगियों के लिए कपालभाति प्राणायाम करना बहुत फायदेमंद होता है। ऐसा करने से पूरे शरीर में रक्त का प्रवाह बेहतर होता है।

पश्चिमोत्तानासन - इसे करने के लिए सबसे पहले किसी समतल जगह पर बैठ जाएं और अपने पैरों को अपने सामने फैला लें। सांस लेते हुए अपने शरीर को आगे की ओर ले जाएं और अपने हाथों से पैर के अंगूठे को पकड़ने की कोशिश करें। अब अपने सिर को घुटनों पर रखने की कोशिश करें और कुछ देर इसी स्थिति में रहें। इस तरह आप हलासन, धनुरासन कर सकते हैं।

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