प्रत्‍येक व्‍यक्‍ति की हथेलियों में बुध पर्वत के नीचे चन्द्रमा का पर्वत स्‍थित रहता है। यह हथेली के जड़ को स्पर्श करता है। चंद्र पर्वत के माध्यम से व्यक्ति की आर्थिक स्थिति के अलावा उसके मन को भी जाना जा सकता है। जिंदगी में होने वाली आकस्मिक दुर्घटनाओं के बारे में भी इस पर्वत से पता लगाया जा सकता है। यह पर्वत व्यक्ति के स्वभाव और उसकी सोच के बारे में बहुत कुछ कहता है।

यदि चन्द्रमा का पर्वत हथेली में उभार लिए हुए है तो उत्तम है। ऐसे लोग जो मन में सोचते हैं और उस कार्य को करने की हिम्मत और दृढ़ निश्चय भी रखते हैं। लेकिन यदि चंद्र पर्वत में आवयश्कता से अधिक उभार है तो ऐसा व्यक्ति अपनी कल्पनाओं की दुनिया में मस्त रहता है। इस से वे जो मन में सोचते हैं वो पूरा नहीं हो पाता है वो वे अपने सपनों की दुनिया में ही खोए रह जाते हैं।

चंद्र पर्वत का दबा होना मन को कमजोर करता है। ऐसा व्यक्ति जीवन में उदास रहता है और उसका मन हमेशा किसी ना किसी बात को लेकर निराश रहते हैं। ऐसे व्यक्ति के मन में नकारात्मकता भी अधिक रहती है। चंद्र पर्वत पर बहुत सारी रेखाएं व्यक्ति को चिंतित रखती हैं। हालांकि इससे व्यक्ति की रचनात्मक क्षमता भी पता चलती है। चंद्र पर्वत पर क्रॉस हो तो ऐसे लोगों को जल से भय रहता है। ऐसे लोगों को नदी और तालाब से दूर रहना चाहिए।

चंद्र पर्वत पर तिल हो तो व्यक्ति मानसिक रूप से कमजोर होता है। यदि इस पर्वत पर क्रॉस का निशान हो या हल्का कालापन हो तो व्यक्ति को मानसिक बीमारी हो जाती है। इस पर्वत पर वर्ग होने से व्यक्ति हर तरह के अनिष्ट से बच जाता है।

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