बदलते मौसम का असर हमारे स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। मौसम बदलने के साथ गले में खराश या स्वर बैठना की शिकायतें सुनी जाती हैं। गले में खराश का मतलब अक्सर गले में खराश और आवाज में बदलाव हो सकता है। इसलिए गले में खराश की शुरुआत से ही इसका ध्यान रखना चाहिए। कुछ घरेलू उपचार भी गले में खराश और जुकाम के साथ खुजली से राहत दे सकते हैं।

गले में खराश और लार के लिए नमक के पानी से कुल्ला करना बहुत सुखद होता है। नमक में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। इसलिए यह कफ को साफ करने में कारगर है। गर्म नमक के पानी से कुल्ला करें। यह आपके गले की खराश से राहत दिलाता है। गले में खराश और लार निकलने से भी राहत मिलती है। उचित लाभ के लिए दिन में दो से तीन बार कुल्ला करें।ॉ

शहद एगेव गले के लिए काम करता है। गले में खराश या खांसी होने पर अदरक, शहद और नींबू के रस को पानी में मिलाकर लें। इस काढ़े को पीने से आपके गले की खराश, जलन और खांसी से राहत मिलेगी।सर्दी-खांसी में हल्दी को बहुत फायदेमंद माना जाता है। सर्दी खांसी के कारण होने वाली गले की खराश और खुजली से राहत पाने के लिए हल्दी वाला दूध लें। इससे आपको खांसी और छींक की समस्या से राहत मिलेगी।

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