जब हमारे बच्चों की सुरक्षा की बात आती है, तो हमें हर छोटी बात पर ध्यान देना चाहिए। बच्चों को, खासकर, हमेशा सिखाया जाना चाहिए कि अजनबियों से कैसे बात करें। बच्चों को यह सिखाया जाना चाहिए कि बिना किसी डर के परिस्थितियों से कैसे निपटा जाए। ऐसी स्थितियों में यह यह बहुत जरूरी है कि आप उन्हें समझाएं कि अजनबियों की बातों से कैसे बचा जाए और झूठ और सच में अंतर कैसे किया जाए।

बच्चों को बताएं कि उन्हें अजनबियों के पास जाने की जरूरत नहीं है। अगर कोई उन्हें छूने की कोशिश करता है, तो उन्हें दूर जाना चाहिए। बच्चों को शारीरिक संपर्क से बचने के लिए कहें। बच्चों को गुड टच और बैड टच के बीच का अंतर समझाएं। प्रत्येक माता-पिता को अलग-अलग तरीकों से यह बताना चाहिए कि स्पर्श का अर्थ क्या है। अगर कोई उन्हें अनुचित तरीके से छूता है तो उन्हें घर पर इसकी रिपोर्ट करने के लिए कहें।

बच्चों को न केवल अजनबियों से सावधान रहने की जरूरत है, बल्कि बच्चों को अजनबियों से सावधान रहने के लिए भी कहा जाना चाहिए। परिचितों द्वारा दुर्व्यवहार किया जाता है, तो बच्चों को चुप रहने के बजाय गलत कामों के खिलाफ बोलना सिखाएं। बच्चों के साथ एक रोल प्ले करें जिसमें आप एक अजनबी की भूमिका निभाते हैं और बच्चों को यह समझाने की कोशिश करते हैं कि अजनबी के गलत व्यवहार को पहचानने में आपकी भूमिका कैसी होनी चाहिए। रोल प्ले के माध्यम से बच्चों को डराने की जरूरत नहीं है, लेकिन उन्हें समझाने के लिए।

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